तेलंगाना के सूर्यापेट जिले में एक शख्स ने ‘दोस्त पुलिस’ के नारे को ज्यादा ही गंभीरता से ले लिया. उस शख्स को पता चला कि उसकी पत्नी बीमार है. अब उसकी कोशिश थी कि किसी तरह जल्दी से जल्दी पत्नी को देखने के लिए उस तक दूसरे जिले में पहुंच जाए. पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाता तो देर हो सकती थी. ऐसे में उसे बत्ती और हूटर से लैस पुलिस जीप दिखाई दी तो उसने उसी जीप से पत्नी तक पहुंचने की ठान ली और उस कार को ले उड़ा.
सुनने में ये किसी फिल्म की काहनी जैसा लगता है लेकिन ये घटना वाकई तेलंगाना के सूर्यापेट जिले में पेश आई. 30 वर्षीय तिरुपति लिंगाराजू को एक मॉल के बाहर पार्किंग में पुलिस जीप नंबर- TS 09PA 1568 खड़ी दिखाई दी. जीप के साथ ड्राइवर और गनर भी था.
लिंगाराजू ने ड्राइवर से कहा कि जीप को सर्किल इंस्पेक्टर ने पुलिस स्टेशन ले जाने के लिए कहा है. ड्राइवर ने भी जीप की चाबी लिंगाराजू को सौंप दी. लिंगाराजू फिर पूरे विश्वास के साथ जीप वहां से चला कर ले गया. लिंगाराजू चाहता था कि खम्मम जिले में बीमार पत्नी से मिलने के लिए जल्दी से जल्दी पहुंच जाए.
दरअसल, इस जीप का इस्तेमाल सूर्यापेट रूरल पुलिस स्टेशन के सर्किल इंस्पेक्टर प्रवीण कुमार की ओर से किया जा रहा था. हालांकि ये जीप आत्माकुर (एस) पुलिस स्टेशन को आवंटित थी. प्रवीण कुमार मॉल में जिम का इस्तेमाल करने के लिए होमगार्ड ड्राइवर और गनर के साथ पहुंचे थे. ड्राइवर और गनर के साथ जीप को पार्किंग में छोड़कर प्रवीण कुमार मॉल के अंदर चले गए.
प्रवीण कुमार मॉल से बाहर आए तो जीप को गायब देखा. ड्राइवर ने प्रवीण कुमार को बताया कि कैसे एक शख्स पुलिस स्टेशन ले जाने की बात कह कर जीप ले गया. जीप हाईटेक कम्युनिकेशन सिस्टम और जीपीएस से लैस थी. जीप के इस तरह गायब होने से हड़कंप मच गया. लेकिन इस घटना को तब तक छुपाया गया जब तक जीप को 80 किलोमीटर दूर खम्मम जिले में एक टोल पोस्ट पर पकड़ नहीं लिया गया.
सूर्यापेट के एसपी प्रकाश जाधव ने बताया कि जीप के साथ पकड़े गए शख्स लिंगाराजू से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि बीमार पत्नी से मिलने की जल्दी की वजह से उसने ऐसा किया. लिंगाराजू की बातों से उसके मानसिक तौर पर अस्थिर होने का आभास हुआ. बहरहाल, लिंगाराजू के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 के तहत केस दर्ज करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है.