गुरुग्राम में सड़क पर कई किलोमीटर तक लगा लम्बा जाम
नई दिल्ली। दिल्ली से सटे गुरुग्राम (गुड़गांव) के कई इलाकों में भारी बारिश से पानी भर गया है। पिछले 12 घंटों से गुरुग्राम की सड़कों पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। जाम के चलते हजारों वाहन सड़कों पर फंसे हुए हैं। वहीं बारिश और जाम के चलते जिला मजिस्ट्रेट ने गुरुग्राम के सभी स्कूलों में 29 और 30 जुलाई को छुट्टी की घोषणा की है। प्रशासन ने यात्रियों को मेट्रो से सफर करने की सलाह भी दी है।
बाढ़ से बेहाल उत्तर भारत
पूरा उत्तर भारत जबरदस्त बारिश के कारण मुश्किलों दो-चार हो रहा है। उत्तर प्रदेश में शारदा, घाघरा, राप्ती और सरयू नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। सैकड़ों गांव व स्कूल बाढ़ के पानी से घिरे हैं। बिहार के दस जिलों में बाढ़ से 17 लाख से ज्यादा लोग बेहाल है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को हालात का हवाई जायजा लिया। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा मार्गो के खुलने व बंद होने का क्रम जारी है। यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर
बिहार में बाढ़ की स्थिति विकराल होती जा रही है। नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण उत्तर बिहार की अधिकांश नदियों में उफान है। बाढ़ से दस जिलो में 17 लाख से अधिक लोगों का हाल बेहाल है। अब तक 22 लोगों की जान जा चुकी है। महानंदा, कोसी, बखरा, कंकई व परमार जैसी नदियों ने भयावह रूप धारण कर लिया है। बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या बढ़कर अब दस हो गई है। नीतीश कुमार ने गुरुवार को बाढ़ प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया और पूर्णिया में आलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। पड़ोसी राज्य असम में भी मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र माजुली सहित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई जायजा लिया। एनडीआरएफ, एडीआरएफ, सीआरपीएफ और वायुसेना द्वारा चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्य की समीक्षा भी की।
उप्र में शारदा-घाघरा का कहर
सीतापुर में शारदा-घाघरा नदियों के बढ़ते जल स्तर से तटवर्ती गांवों के संपर्क मार्ग पानी में डूब गए हैं। बाढ़ व कटान से रेउसा क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोग पलायन करने लगे हैं। लखीमपुर में शारदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। श्रावस्ती में राप्ती लाल निशान के ऊपर बह रही हैं। बाढ़ से बहराइच-भिनगा मार्ग का एक हिस्सा धंस गया है। बहराइच में घाघरा व सरयू नदी उफान पर हैं। 100 गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। बाढ़ प्रभावित लोग बेलहा-बेहरौलीतटबंध पर डेरा डाले हैं। घाघरा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। तीस घर नदी में समा गए हैं। बस्ती में घाघरा चार गांवों में कटान कर रही है। कानपुर, उन्नाव, कन्नौज, हरदोई, फतेहपुर तथा फर्रुखाबाद में गंगा के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है।
हरियाणा: हथनी कुंड बैराज से छोड़ा पानी
हरियाणा के दक्षिणी क्षेत्र में गुरुवार को बारिश से मौसम सुहाना रहा तो लोगों को परेशानी का भी सामना करना पड़ा। भारी बारिश के चलते दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर गुरुवार को भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसके चलते लोग घंटे जाम में फंसे रहे। हीरो होंडा चौक पूरी तरह से जलमग्न हो गया। बहादुरगढ़ में सबसे अधिक करीब 85 एमएम और सबसे कम साल्हावास में दो एमएम बारिश दर्ज की गई। हिसार, भिवानी और झज्जर में जमकर बारिश हुई। पहाड़ों में तेज बरसात के बाद हरियाणा के यमुनानगर स्थित हथिनी कुंड बैराज से बुधवार को 154096 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया है।
भारी बारिश से उत्तराखंड में 100 से ज्यादा मार्ग बंद
उत्तराखंड में गुरुवार को बदरीनाथ राजमार्ग पर करीब छह घंटे आवाजाही बाधित रही। वहीं गौरीकुंड व सोनप्रयाग के मध्य बंद चल रहा केदारनाथ राजमार्ग चार दिन बाद खुल गया। केदारनाथ पैदल मार्ग पर भी पूरी तरह खोल दिया गया है। सूबे के ग्रामीण अंचलों के 100 से ज्यादा मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ी। लगातार हो रही बारिश के चलते बदरीनाथ राजमार्ग पर सिरोबगड़ स्लाइडिंग जोन फिर से सक्रिय हो गया है।
हिमाचल में जगह-जगह भूस्खलन
हिमाचल प्रदेश के शिमला में भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन होने से मार्ग अवरुद्ध हैं। किसानों व बागबानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सिरमौर में दर्जनों संपर्क मार्गो सहित राष्ट्रीय राजमार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। बारिश का यह सिलसिला दो अगस्त तक जारी रहने का अनुमान है।
कश्मीर में भी भारी बारिश से भूस्खलन
जम्मू कश्मीर में इस साल की सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई है। तवी नदी में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है, जबकि उधमपुर में नदी का जलस्तर खतरे के निशान से उपर है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन के चलते 300 किलोमीटर लंबे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद करना पड़ा है।
असम के 21 जिलों में लाखों लोग प्रभावित
असम में लगातार हो रही बारिश से हालात और भी ख़राब हो गए हैं। ब्रह्मपुत्र और इसमें मिलने वाली कुछ नदियों में बाढ़ से के चलते अब तक राज्य के 21 जिलों के करीब 17 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में भी बाढ़ का पानी घुसने से जंगली जानवरों को भी दिक्कतें हो रही हैं।