दिल्ली में सत्तासीन अरविंद केजरीवाल सरकार पर सीसीटीवी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों रुपये के घोटाले का आरोप लगा है। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी आक्रामक रुख अपनाते हुए आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने शुक्रवार दोपहर पत्रकार वार्ता कर सीसीटीवी घोटाले का आरोप लगाते हुए केजरीवाल सरकार पर जमकर हमला बोला।
अजय माकन ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने चंद पैसों के लिए देश को बेच दिया है। उन्होंने कहा कि हम इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेंगे। इसके लिए आंदोलन करेंगे। उन्होंने पत्रकार वार्ता में मांग की कि आरोपों के बाद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दें।
अजय माकन ने सवालिया लहजे में पूछा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल बताएं कि चीनी सरकार से उन्हें कितना पैसा मिला है? उन्होंने कहा कि सीएम केजरीवाल और सत्येंद्र जैन इसमें सीधे तौर पर शामिल हैं। ये ओपन एंड शट केस है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक हफ्ते के दौरान सीसीटीवी घोटाले पर कांग्रेस पार्टी ने तमाम जानकारियां उपलब्ध करवाई हैं। आज जो हमने खुलासा किया है वह विस्फोटक जानकारी है। अजय माकन के मुताबिक, भ्रष्टचार और राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ केजरीवाल सरकार ने समझौता किया है, जो चौंकाने वाला है। इस सरकार और पार्टी ने भ्रष्टाचार कर देश की सुरक्षा को बेच दिया है।
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार दिल्ली की सुरक्षा के साथ खेल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीरवाल सीसीटीवी लगाने का ठेका चीनी सरकार को देना चाहते हैं। रविवार तक केजरीवाल इस्तीफा दें वरना सीएम के घर पर प्रदर्शन होगा। उसके बाद पूरी दिल्ली में आंदोलन किया जाएगा।
वहीं, दिल्ली के पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके वालिया ने कहा कि जो पार्टी खुद को सिर्फ ईमानदार बताती थी उसके कारनामे हमने देख लिए हैं। जिस कंपनी से वे कैमरा ले रहे हैं वो एक चिप के जरिये पूरे देश को चीन में बैठकर देख सकते हैं। केजरीवाल सरकार को ये देश कभी माफ नहीं करेगा।
वहीं, अन्य दिग्गज कांग्रेस नेता अरविंद सिंह लवली ने कहा कि इस सरकार के मंत्री ने चीख-चीख कर बताया कि पीएसयू को टेंडर दिया गया है, लेकिन सरकार की नियत सही नहीं है। बेल तो सिर्फ चेहरा है hikvision से ही मूल बात हो रही थी। इस सरकार का एक भी दिन सत्ता में रहना देश और दिल्ली के लिए ठीक नहीं है।
पत्रकार वार्ता में मौजूद वक्ताओं में से एक पूर्व मंत्री हारुन यूसुफ ने कहा कि दिल्लीवालों के लिए ये गंभीर मामला है। सिर्फ भृष्टचार ही नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा से सौदा हुआ है।
इससे पहले बुधवार को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री एके वालिया, हारुन युसूफ और अरविंदर सिंह लवली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए सार्वजनिक सेक्टर की कंपनी के साथ जिस प्राइवेट कंपनी का करार है, उसका नाम 24 घंटे के अंदर उजागर किया जाए। ऐसा नहीं करने पर कांग्रेस उस कंपनी का नाम सार्वजनिक करेगी, जिसे आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार सार्वजनिक सेक्टर की कंपनी के द्वारा फायदा पहुंचाना चाह रही थी।