ज्येष्ठ मास की कृष्णपक्ष की एकादशी का बड़ा ही महत्व होता है। 11 मई को अपरा एकादशी है। पद्मपुराण के अनुसार इस एकादशी का व्रत करने से मनुष्य को प्रेत योनि में जाकर कष्ट नहीं भोगना पड़ता है। एकादशी का व्रत भगवान विष्णु के लिए रखा जाता है। जो भी इस व्रत को पूरी विधि-विधान के साथ करता है उसका पुण्य कई हजार गुना बढ जाता है। साथ ही इस दिन व्रत रखने पर कुछ कार्य नहीं करना चाहिए। आइए जानते हैं एकादशी पर कौन-कौन से कार्य नहीं करना चाहिए।
चावल खाना वर्जित
एकादशी पर भूलकर भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार एकादशी में चावल का सेवन करने से मन में चंचलता आती है जिसके कारण मन भटकता है इसलिए चावल का खाना वर्जित है।
नशीली चीजों का सेवन
एकादशी का व्रत रखने पर इस दिन नशीली चीजें जैसे मदिरा पान और धूम्रपान करने से बचना चाहिए।
क्रोध और तनाव न लें
जिस दिन एकादशी का व्रत रखा हो उस दिन मनुष्य को क्रोध और तनाव से बचना चाहिए। क्रोध और तनाव से मन में नकारात्मक विचार आते हैं जिसके कारण पूजा में ठीक तरह से मन नहीं लगता।
दातुन करना वर्जित
एकादशी पर कभी भी दातुन से दांत साफ नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि एकादशी वाले दिन किसी पेड़ की टहनियों को तोड़ने से भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं।
एकादशी व्रत की रात को बिस्तर पर नहीं सोना चाहिए। व्रत का पुण्य लाभ कमाने के लिए जमीन पर ही सोएं।