कर्नाटक चुनावों में राजनीतिक दलों द्वारा ज्यादा से ज्यादा वोटरों को अपने पक्ष में लुभाने के लिए नए-नए वादों की तो घोषणाएं की जा रही हैं, साथ ही धनबल का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन चुनाव आयोग नेताओं की इस कोशिश में रुकावट साबित हो रहा है. विभिन्न एजेंसियां राज्य से अबतक बड़े पैमाने पर नकदी और सोना आदि बरामद किया है.
आयकर विभाग के दस्तों ने कर्नाटक में पिछले तीन सप्ताह से अधिक समय से की जा रही छापेमारी में 4.13 करोड़ रुपये की नकदी और 4.52 किलोग्राम सोने के आभूषण जब्त किए हैं. आयकर महानिदेशक (जांच) जी. रमेश ने बताया कि जब्त 4.13 करोड़ रुपयों में 2,000 और 500 रुपये के नोटों का मूल्य 4.03 करोड़ रुपये है. बेंगलुरु में 2.47 करोड़ रुपये और बेल्लारी में 55 लाख रुपये जब्त किए गए हैं.
रमेश ने कहा कि विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कड़ी चौकसी बरती जा रही है. छापेमारी के दौरान एक व्यक्ति से 55 लाख रुपये बरामद किए गए, जिन्हें एक ठेकेदार ने यह रकम दी थी. ठेकेदार ने स्वीकार किया कि आयकर चुकाने से बचने के लिए उसने 16 करोड़ रुपये की रकम छिपा कर रखी थी. एक अन्य मामले में 9.51 करोड़ रुपये मूल्य के घरेलू सामान एक गोदाम से बरामद किए गए, जो बांटने के उद्देश्य से रखे गए थे.
अधिकारी ने बताया, “लोगों व अन्य एजेंसियों से चुनाव से संबंधित शिकायतें प्राप्त करने के लिए हमने शहर में चौबीसों घंटे काम करने वाला एक नियंत्रण कक्ष खोला है. इसके अलावा सभी 30 जिलों में छापेमारी की टीम बनाई गई हैं.” बता दें कि पिछले दिनों आयकर विभाग ने प्रेशर कुकर से भरा एक ट्रक भी पकड़ा था. कुकर की पैकिंग पर कांग्रेस की एक महिला नेता का फोटो छपा था, जो उनके विधानसभा क्षेत्र में बंटवाने के लिए भेजे जा रहे थे.
225 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को मतदान होगा और मतों की गिनती 15 मई को होगी.