सड़कों जाल बिछाने में जुटी सरकार अब दिल्ली, हरियाणा की समस्या को दूर करने के लिए नई योजनाओं पर काम कर रही है. केंद्र सरकार एक एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है जो गुरुग्राम को मुंबई से जोड़ेगा. हरियाणा के मेवात और गुजरात के दाहोद से होते हुए ये एक्सप्रेस वे गुजरेगा. इस एक्सप्रेस वे को पूरा करने में तीन साल का समय लगेगा और इसमें करीब 60 हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी. गुरुग्राम में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान की दिशा में विभिन्न प्रोजोक्टों पर काम चल रहा है. इस दिशा में द्वारका एक्सप्रेस हाईवे गुरुग्राम वासियों के लिए बहुत कारगर सिद्ध होगा. इस हाईवे के चार पैकेज बनाए गए हैं. इनमें से 3 पैकेज अवार्ड हो चुके हैं और चौथे पैकेज में 24 घर अवरोधक बने हुए थे, जिन्हें वहां से हटाने के लिए सहमति बन चुकी है.
उन्होंने कहा कि अगले एक महीने के अंदर इस हाईवे पर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर-8 पर शंकर चौक के पास एंबियंस मॉल की तरफ जाने के लिए फलाईओवर बनाया जाएगा जिस पर लगभग 170 करोड़ रूपए खर्च होंगे. उन्होंने कहा कि हीरो होंडा चौक पर अंडरपास का कार्य भी लगभग पूरा होने को है. उन्होंने गुरुग्राम में करवाए जा रहे इफको चौक, सिग्रेचर टावर चौक तथा राजीव चौक के सुधारीकरण कार्यो का भी उल्लेख किया. इसके अलावा, गुरुग्राम-महरौली रोड़ का भी विकास करने की योजना है.
गडकरी ने कहा कि दिल्ली का नया रिंग रोड़ तैयार होने के बाद दिल्ली और गुरुग्राम की यातायात जाम की 50 प्रतिशत समस्या वैसे ही दूर हो जाएगी.
ये एक्सप्रेसवे गुरुग्राम में राजीव चौक से शुरू होगा और मौजूदा दूरी को 1,450 किलोमीटर से घटाकर यह एक्सप्रेसवे 1,250 किलोमीटर कर देगा. इससे दिल्ली से मुंबई जाने वाले लोगों को यहां एनएच-8 से 24 घंटे लगते हैं वो महज 12 घंटे हो जाएगी. उन्होंने कहा कि दिसंबर से इस पर काम शुरू हो जाएगा और यह अगले तीन सालों में बनकर तैयार हो जाएगा.