सेंट्रल स्टेशन के सिटी साइड की ओर बना करीब 60 साल पुराना मंदिर रविवार को कैंट साइड की तरफ स्थानांतरित हो गया। यह मंदिर रेलवे के प्रस्तावित मल्टीलेवल पार्किंग प्रोजेक्ट की भूमि पर आ रहा था, जिसको स्थानांतरित करने के लिए मंदिर समिति और हिंदू संगठन की ओर से पूर्व में सहमति मिल गई थी। भगवान हनुमान की तीन फीट ऊंची प्रतिमा को ले जाने के लिए बड़ी क्रेन मंगवानी पड़ी। इस दौरान रेलवे के अधिकारी और मंदिर समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।
करीब 700 करोड़ रुपये की लागत से सेंट्रल स्टेशन पर विकास कार्य चल रहे हैं, जिसके अंतर्गत सारी सुविधाएं और सेवाएं एयरपोर्ट जैसी हो जाएंगी। रेलवे की ओर से सिटी साइड की तरह से कार्य करीब डेढ़ वर्ष से कार्य चल रहा है। इसमें बहुमंजिला इमारत और मल्टीलेवल पार्किंग शामिल हैं। कई पुराने भवनों को तोड़ा जा चुका है। मल्टीलेवल पार्किंग की जगह पर मंदिर आ रहा था, जिसकी वजह से उसे स्थानांतरित किया गया। मंदिर के पुजारी विजय मिश्रा ने बताया कि रविवार को रेलवे अधिकारियों ने आकर मंदिर को शिफ्ट कराया। दो बार मूर्ति हटाने का प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद तीसरी बड़ी क्रेन की मदद से बजरंग बली की मूर्ति हटाई जा सकी।