बीते जमाने के जाने-माने एक्टर और सिंगर कुंदनलाल सहगल यानि केएल सहगल का जन्म 11 अप्रैल 1904 को जम्मू में हुआ था. उनकी 114वीं बर्थ एनिवर्सरी पर गूगल ने डूडल बनाकर उनके भारतीय सिनेमा में योगदान को याद किया है. उन्हें हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का पहला सुपरस्टार कहा जाता है. उन्होंने बचपन में इंडियन क्लासिकल म्यूजिक में महारत हासिल की था. वे भजन, कीर्तन गाया करते थे. एक सफल गायक और अभिनेता के तौर पर खुद को स्थापित करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की थी. एक नजर डालते हैं उनकी जिंदगी के कुछ अनजाने पहलुओं पर….
सहगल ने कम उम्र में ही स्कूल छोड़ दिया था. उन्होंने रेलवे टाइमकीपर काम कर पैसा कमाना शुरू किया था. बाद में टाइपराइटर सेल्समैन का काम करने लगे थे. जिसकी वजह से वे कई जगह जाते थे. सहगल को उनके दोस्त मेहरचंद जैन ने गाने में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित किया था.
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1930 में उन्होंने बतौर सिंगर फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था. उनका गाना ‘झुलाना झुलाओं’ काफी हिट हुआ. उन्होंने गायकी के साथ एक्टिंग में भी हाथ आजमाने की सोची. दर्शकों को उनकी गायकी के साथ अदाकारी भी खासी पसंद आई. उन्होंने फिल्म मोहब्बत के आंसू से फिल्मों में डेब्यू किया था. उन्होंने जिंदा लाश, सुबह का सितारा, देवदास, यहूदी की लड़की जैसी कई फिल्मों में काम किया.
के एल सहगल 1932-1947 के दौर में बॉलीवुड के सुपरस्टार थे. वे अमिताभ, राजेश खन्ना, किशोर कुमार, मोहम्मद रफी से पहले का दौर था.
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एक अच्छे कालाकार और गायक के तौर पर उन्होंने अपने करियर की बुलंदियों का छुआ. लेकिन उनकी शराब की लत की वजह से उनकी सेहत बिगड़ती चली गई. खबरें तो ये भी थीं कि वे शराब पीने के बाद रिकॉर्डिंग करने लगे थे. इसी शराब ने एक दिन उनकी जिंदगी छीन ली और मजह 42 साल की उम्र में उनका निधन हो गया.