थायरॉएड की समस्या अग्नि, आकाश, पृथ्वी और जल तत्व के असंतुलन के कारण होती है। सेतुबंधासन इसे ठीक कर थायरॉएड से मुक्त करता है। पीठ के बल लेटकर घुटनों को मोड़ लें। घुटने और पैर एक सीध में रहें। दोनों पैरों के बीच फासला हो। हाथ शरीर से सटे हुए और हथेलियां जमीन पर हो। सांस लेते हुए, धीरे से अपनी पीठ के निचले, मध्य और फिर सबसे ऊपरी हिस्से को जमीन से उठाएं।
धीरे से अपने कन्धों को अंदर की ओर लें। ठुड्डी को हिलाए बिना, छाती को ठुड्डी से लगाएं। इस दौरान शरीर के निचले हिस्से को स्थिर रखें। दोनों जांघें एक साथ रहें। चाहें तो, इस दौरान आप अपने हाथों के सहारे शरीर के ऊपरी हिस्से को उठा सकते हैं। अपनी कमर को अपने हाथों का सहारा भी दे सकते हैं। आसन को 1 से 2 मिनट बनाएं रखें। सांस छोड़ते हुए आसन से बाहर आ जाएं।