भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के मध्यम तेज गति के गेंदबाज इशान पोरेल के फाइनल में खेलने को लेकर कोच ने बड़ा खुलासा किया है। कोच बिभास दास ने बताया कि इशान ने पैर में चोट के बावजूद फाइनल मुकाबला खेला।
दास ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘इशान के बाएं पैर में चोट लगी है। यह कहना सही नहीं होगा कि उनके टखने में गंभीर चोट लगी है। वह आखिरी के तीन मैचों में सिर्फ इसलिए खेल सके क्योंकि न्यूजीलैंड में उन्हें इलाज अच मिला। नहीं तो, इस तरह की चोट से निकलने में उन्हें कम से कम तीन सप्ताह का समय लगता।’
पोरेल हावड़ा से 52 किलोमीटर दूर चंदानगर से आते हैं। कोच ने कहा कि पोरेल को विजय हजारे ट्रॉफी में आराम करना चाहिए। दास ने कहा, ‘पोरेल ने दर्द में रहते हुए गेंदबाजी की है और अभी उन्हें चोट से उबरना बाकी है। मैं उन्हें यही सलाह दूंगा कि वह विजय हजारे ट्रॉफी में न खेलें। कम से कम कुछ मैच का समय तो उन्हें चोट से उबरने के लिए चाहिए।’
बता दें कि पोरेल शनिवार को आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप चैंपियन टीम इंडिया के सदस्य हैं। टीम इंडिया ने फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से मात देकर चौथी बार वर्ल्ड कप का खिताब जीता। पोरेल ने मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो विकेट झटके।
दास ने पोरेल के प्रदर्शन के बारे में कहा, ‘उन्होंने इस मैच में शानदार गेंदबाजी की। चोट से वापसी करते हुए उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ मैच खेला और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ चार विकेट लिए। वह चोट के कारण परेशान थे। मैंने उनसे बात की और उन्हें प्रेरित किया।’ उन्होंने आगे कहा, ‘इशान लगातार 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी कर सकते हैं। उन्होंने इस बात को रणजी ट्रॉफी में साबित भी किया है। उनकी ताकत स्पीड और उछाल है। वह स्विंग गेंदबाज नहीं है, लेकिन उनके पास गेंद को सीम कराने की क्षमता है।’
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