क्या आपने कभी ये महसूस किया है के सोते समय कोई आपकी छाती के ऊपर चढ़ कर बैठा है। या फिर बुरे सपने आना या रात को सोने के बाद जी घबराना या नींद ना आना। ये आज कल एक आम समस्या है। ये समस्या से आजकल नौजवान बच्चे बूढ़े सभी पीड़ित है। ये कोई रोग नहीं है मगर फिर भी इस से मानसिक तनाव उत्पन्न होता है। ऐसे में हम आज आपको बताने जा रहें हैं इसके लिए कुछ रामबाण उपाय वो भी बिना दवा के।नींद में बुरे सपने आने के कारण।
इसके मुख्य कारण हैं, हृदय के ऊपर हाथ आ जाना, गलत दिशा में सोना, चुम्बकीय प्रभाव, शरीरिक श्रम ना करना इत्यादि, आज हम आपको इन सबके बारे में विस्तृत रूप से बताएँगे, तो आइये जानते हैं इनके हल।
पहला उपाय
रात को सोते समय सर को पूर्व या दक्षिण दिशा में ही कर के सोना चाहिए। दिशा कैसे पता करें. इसके लिए जिस तरफ से सूर्य उदय होता है उधर मुंह कर के खड़े हो जाएँ, सूर्य की दिशा पूर्व हो गयी और आपके बाएं हाथ में उत्तर दायें हाथ में दक्षिण और पीछे पश्चिम हो गया। अभी आप सोचेंगे के ऐसा करने से क्या होगा तो आपने सुना होगा के धरती के ध्रुव है उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव। तो रात को जब हम सोते है तो इन ध्रुवों से चुम्बकीय तरंगे निकलती हैं जो हमारे शरीर से भी गुज़रती हैं। अगर हमारा सर उत्तर की दिशा में होगा तो ये विपरीत प्रभाव देगा और सर अगर दक्षिण होगा तो ये एनर्जी और शक्ति देगा और बुरे सपनों से भी आज़ादी मिलेगी क्यूंकि विपरीत दिशा में सोने से शरीर की जकडन या विपरीत खिंचाव हमको बुरे स्वपनों में ले जाता है।
दूसरा उपाय
रात सो सोते समय तकिये के नीचे लोहे की चीज रखें, पुराने ज़माने में भी बुज़ुर्ग लोग बुरे स्वपनों के कारण बच्चों के सर के नीचे चाक़ू रखते थे। ऐसा भी धरती के चुम्बकीय बल को सर की तरफ करने के लिए किया जाता है।
तीसरा उपाय
रात को सोते समय थोडा सा ध्यान लगाने की कोशिश करें। अगर ध्यान लगाना ना आता हो तो आँखें बंद कर के 10 मिनट तक ॐ का जाप करें।
चौथा उपाय
रात को सोते समय सर में देसी घी की मालिश करें। कम से कम 10 मिनट तक मालिश करनी है और देसी घी 25 से 50 ग्राम की मात्रा में लेना है।
पांचवा उपाय
अगर आप दिन भर कोई भी शरीरिक श्रम नहीं करते और प्रकृति के पास नहीं रहते तो आपको दिन में एक या आधे घंटे तो कम से कम पार्क में या जहाँ पर हरियाली हो वहां पर सैर, योगा, वगरह ज़रूर करना चाहिए। तांकि शरीर को थोड़ी सी तो थकान हो और अधिक ऑक्सीजन प्राप्त हो इससे शरीर बिना दवा के अपने आप ही अच्छी नींद में सोयेगा।