भारत के पूर्व नियंत्रक और महालेखा परीक्षक(CAG) विनोद राय ने 2जी मामले पर पहली बार चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि मैंने किसी से भी बात नहीं की और इसके पीछे बहुत सारे कारण थे। आपको बता दें कि 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में हालही में बरी हुए ए राजा ने एक किताब लिखी है, इस किताब का नाम ‘2जी सागा अनफोल्ड्स’ है, जिसमें उन्होंने पूर्व CAG विनोद राय का भी जिक्र किया है।
ए राजा ने लिखा है कि मनमोहन सिंह को उनके सलाहकारों ने गलत तथ्य पेश किए थे। बावजूद इसके वो चुप्पी साधे रहे। उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया है कि टेलीकॉम लॉबी ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर भी प्रभाव डाला था।
ए राजा ने किताब में लिखा है कि तत्कालीन सीएजी विनोद राय ने 1.76 लाख करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान का सिद्धांत दिया था। इस वजह से वही इस घोटाले का सूत्रधार थे। राजा ने यह भी लिखा है कि उनकी रिपोर्ट कचरा मात्र थी जिसे सर्वसम्मति से कूड़ेदान लायक माना गया है। राजा ने विनोद राय के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की भी मांग की है।
आपको बता दें कि 2G स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में ए राजा और कनिमोझी समेत सभी आरोपी बरी हो गए थे। घोटाले में भारत सरकार के खजाने को 1 लाख 76 हजार करोड़ रुपये के नुकसान होने की बात कही गई थी। जिस पर अदालत ने कहा था कि सीबीआई इस मामले में दोषियों के खिलाफ आरोप साबित करने में नाकाम रही है।