राजीव गांधी के सलाहकार रहे सैम पित्रोदा के बयान ‘जो हुआ सो हुआ’ के बाद पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने इस आग में घी डालने का काम किया है। उन्होंने फेसबुक पेज पर पोस्ट किया है कि 1984 में सिख दंगा नहीं राजीव गांधी के आदेश पर उनके चुने हुए विश्वास पात्र कांग्रेसी नेताओं द्वारा खुद खड़े होकर कराया गया नरसंहार था।