मुंबई के सबसे बड़े स्लम एरिया धारावी की तस्वीर बदलने वाली है. धारावी के रीडेवलपेमेंट के लिए महाराष्ट्र सरकार काफी दिनों से कोशिश में है. अब रीडेवलपमेंट के लिए दो बड़ी कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है. पहली कंपनी है अदानी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड और दूसरी है दुबई की SECLINK. फिलहाल दोनों कंपनियों के टेक्निकल और फाइनेंशियल पक्षों की जांच होना बाकी है. अगर सब कुछ सही रहता है तो जल्द ही धारावी के रीडेवलपमेंट की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
बनेंगे 70 हजार घर
रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत दोनों कंपनियों को लगभग 70 हजार परिवारों को घर बनाकर देना होगा. जिस जमीन पर फ्लैट बनेंगे, उन्हें चार मंजिला तक बनाने की इजाजत होगी. जिन लोगों की झोपड़पट्टी है, उन्हें घर फ्री में मिलेगा. बाकी जो घर बचेंगे, कंपनियां उन्हें मार्केट रेट पर दूसरों को बेच सकेंगी. घर का कारपेट एरिया कम से कम 350 वर्गफुट का होगा और ये प्रोजेक्ट 7 साल के भीतर पूरा करना होगा.
2016 में निकाया गया था टेंडर
धारावी के रीडेवलपमेंट का किस्सा काफी पुराना है. इसके लिए 2016 में ही टेंडर निकाला गया था, लेकिन उस वक्त डेवलपर्स ने कुछ खास दिलचस्पी नहीं दिखाई. ऐसे में नवंबर 2018 में एक बार फिर टेंडर निकाला गया. राज्य सरकार ने टेंडर में देशी-विदेशी कंपनियों को बोली लगाने का न्योता दिया. दो बार बोली लगाने की समयसीमा बढ़ाई गई, जिसमें अदानी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड और दुबई की SECLINK ने बोली लगाई. अब आगे इस बोली की टेक्निकल और फाइनेंशियल जांच होगी.
बनेगी SPV
किसी एक बिल्डर के जिम्मे प्रोजेक्ट को छोड़ने के बजाय राज्य सरकार ने इस बार SPV यानी स्परेशल परपज़ व्हीकल का रास्ता अपनाया है. इस तरह नई कंपनी में राज्य सरकार 100 करोड़ डालेगी और SPV की मुख्य पार्टनर कंपनी 400 करोड़ रुपए खर्च करेगी. 240 हेक्टेयर में फैली धारावी मुंबई में अफोर्डेबल हाउसिंग के लिए एक वरदान साबित हो सकती है. मुम्बई में ज़मीन की किल्लत है ऐसे में धारावी की प्राइम लोकेशन पर रीडेवपलमेंट होता है, तो काफी लोगों को सस्ते घर खरीदने का मौका मिल जाएगा.