किम जोंग ने 7 साल पहले उत्तर कोरिया के शासन की बागडोर अपने हाथों में ली थी। हालांकि कहा जाता है कि चीन उत्तर कोरिया का एक मात्र मित्र देश है। अभी तक इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि किम चीन में कितने दिन रुकेंगे और किससे मुलाकात करेंगे। लेकिन इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिका के साथ उत्तर कोरिया के गतिरोध के बीच किम की चीन यात्रा में परमाणु समेत कई अहम मुद्दों पर बातचीत हो सकती है।
गौरतलब है कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच जुबानी जंग लगातार चलती रहती है। ट्रंप और किम जोंग एक-दूसरे को लगातार खत्म करने की धमकी देते रहे हैं। अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं जिससे इस देश की आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ा है।
हालांकि अभी तक अमेरिका की तरफ से किम की चीन यात्रा पर कोई बयान नहीं आया है। लेकिन किम जोंग की चीन यात्रा इसलिए भी अहम हो गई है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसी महीने किम से मिलने के लिए राजी हुए हैं।