फर्रुखाबाद के कमालगंज थाना क्षेत्र के गांव रसीदपुर में बुधवार दोपहर बच्चों के साथ खेल रही पांच वर्षीय सीमा घर से कुछ दूरी पर बने 60 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरी थी. सीमा को बचाने के लिए चल रही रेसक्यू ऑपरेशन पूरी तरीके से शुक्रवार रात 10:30 पर रोक दिया गया.
बार-बार मिट्टी खिसकने और बालू वाली मिट्टी होने के कारण चल रहे रेसक्यू अभियान को पूरा करने में सेना को खासा दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था. ऐसे में सेना ने अपना पक्ष जिला प्रशासन के सामने रखा कि अगर हम इस रेसक्यू ऑपरेशन को आगे बढ़ाते हैं तो पूरा इलाका खाली करवाना पड़ेगा और आसपास के सभी घरों को गिराना पड़ेगा.
इसमे टाइम भी लगेगा और काफी नुकसान हो सकता है.
शुक्रवार रात 10:30 बजे जब रेसक्यू अभियान रोका गया तो सेना ने स्थानीय प्रशासन से बातचीत की. प्रशासन से बातचीत में फैसला लिया गया अगर परिवार की सहमति हो तो रेसक्यू अभियान को रोक कर मिट्टी भरने का काम शुरू करवा दें.
सीमा के चाचा, ताऊ ने इस बात को मान कर कहा जो प्रशासन को सही लगता है वह किया जाए. तभी प्रशासन ने कहा कि खुदाई वाली जगह पर मिट्टी भर दिया जाए.
सीमा को बोरवेल में गिरे हुए लगभग 56 घन्टे हो चले थे. लेकिन सीमा का कोई आता पता नहीं चल रहा था. एक तरफ बालू वाली मिट्टी के कारण सेना को काफी परेशानी हो रही थी, तो दूसरी तरफ शुक्रवार शाम 6.40 पर मिट्टी घिसकने से ऑक्सीजन पाइप कटने से जो आस थी लोगों की वह भी टूट गई. सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान बार-बार गड्ढा खोदने कि कोशिश करते रहे लेकिन वह 20 फीट से नीचे ही नहीं पहुंच पा रहे थे.
सीमा के भाई ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि प्रशासन ने डरा धमका कर उसके चाचा से यह हस्ताक्षर करवाया है, उसे अपनी बहन जिंदा या मुर्दा चाहिए और मुआवजा भी चाहिए जो भी नुकसान हुआ है.
सीमा को बचाने के लिए किया गया सम्भव प्रयास
बुधवार को मौके पर पहुंची पुलिस ने पाइप के माध्यम से बोरेवेल में ऑक्सीजन की सप्लाई दी. सीमा जब बोरवेल में गिरी तो वह इस तरह बोरवेल मे गिरी जिससे उसका हाथ ऊपर के तरफ थे. पहले दिन जब बुधवार को गिरी तो वह 24 फीट बोरवेल में अटक गई थी. लेकिन बच्ची में हरकत के कारण वह 32 फीट नीचे चली गई. उसके बाद मिट्टी घिसकने से 36 फीट नीचे चली गई.
इसके कारण उसके ऊपर से मिट्टी गिरने से जो हाथ दिख रहा था वह दिखना भी बंद हो गया. सीमा की रोने की आवाज गुरुवार शाम 4.15 बजे आखरी बार सुनवाई दी थी.
रेसक्यू ऑपरेशन हो रही थी देरी
सीमा को बचाने के लिए युद्धस्तर पर रेसक्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था. लेकिन बार बार मिट्टी घिसकने रेसक्यू ऑपरेशन में सेना को काफी परेशानी आ रही थी. कमालगंज क्षेत्र के गांव रसीदपुर निवासी स्व नरेश चंद्र की 5 साल की बेटी सीमा दोपहर ढाई बजे अन्य बच्चों के साथ घर से कुछ दूरी पर बच्चों के साथ खेल रही थी. इसी दौरान वह बोरवेल में गिर गई थी.
बच्ची की चीख सुनकर पड़ोसी रामदुलने मौके पर पहुंचे थे.
जिसके बाद उन्होंने शोर मचाया तो अन्य लोग भी पहुंच गए. इसके बाद पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने उच्च अधिकारीयों को सूचना दी. मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन और डॉक्टरों की टीम ने रेस्क्यू करना शुरू की वहीं डीएम ने सूझबूझ दिखाते हुए सेना को बुला लिया था.