अमृतसर: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी 17 नवंबर यानी आज 32 किसान संगठनों के एक प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे. इसको लेकर भारतीय किसान यूनियन (BKU) (डकौंडा) के अध्यक्ष बूटा सिंह बुर्जगिल ने कहा कि, ‘मोर्चों पर हुए इस विरोध प्रदर्शन में अब तक कुल 666 किसानों की जान जा चुकी है. पंजाब सरकार अब तक लगभग 200 किसानों के परिवार के सदस्यों को नौकरी दे चुकी है. इसलिए, हम उनके साथ बातचीत करेंगे कि क्या सभी परिवारों को जल्द ही नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे या यह एक पिक एंड चॉइस पॉलिसी है? ‘
बता दें कि इससे पहले, पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा उन परिवारों के लिए 5 लाख रुपये मुआवजे और सरकारी नौकरी का ऐलान किया गया था, जहां किसानों की मौत आंदोलन स्थलों पर हुई है. इसके साथ ही किसान, सीएम चन्नी से DAP की कमी और धान खरीद के मुद्दे पर भी बातचीत करेंगे. किसान सुबह सीएम चन्नी से मिलेंगे. बुर्जगिल ने कहा कि, ‘हम पंजाब सरकार द्वारा कपास की फसल के लिए घोषित किए गए मुआवजे के संबंध में भी बात करेंगे जो गुलाबी बॉलवर्म के हमले की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई है.’
उन्होंने कहा कि मौसम और पिंक बॉलवर्म के हमले से भी मक्का की उपज को नुकसान पहुंचा है. हम चाहते हैं कि सब्जी की खेती करने वाले किसानों को बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. पंजाब के सीएम के साथ कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी क्योंकि कृषि कानूनों के खिलाफ एक वर्ष के लंबे संघर्ष के बीच खेती इतनी समस्याओं से जूझ रही है.