हमारे ब्रह्मांड में ग्रहण का विशेष महत्व रहा है। पूरे विश्व में एक वर्ष में लगभग 5 से 7 सूर्य और चंद्र ग्रहण होते हैं। इसी कड़ी में 26 दिसंबर को सूर्य ग्रहण आकाश मंडल में सुबह 9:30 बजे दिखाई देगा, जो 3.30 मिनट का होगा।
शिमला में यह सूर्य ग्रहण सुबह 8:20 से शुरू होगा और इसका मध्यांतर 9:32 बजे होगा। ग्रहण की समाप्ति 10:54 बजे होगी। धर्मशाला में यह सुबह 8:21 बजे शुरू होगा, मध्यांतर 9:31 और समाप्ति 10:52 बजे होगी। चंडीगढ़ में यह ग्रहण सुबह 8:19 से शुरू होगा जबकि 9:31 बजे मध्यांतर और समाप्ति 10:54 बजे होगी।
पौष कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि गुरुवार मूला नक्षत्र में कंकण सूर्य ग्रहण धनु राशि पर लगेगा। इस दिन धनु राशि वालों को मानसिक रूप से विशेष ध्यान रखना होगा।
जब पृथ्वी और सूर्य के मध्य चंद्रमा आ जाता है, उस दिन सूर्य ग्रहण आकाश मंडल में दिखाई देता है। जिस दिन चंद्रमा और सूर्य के मध्य पृथ्वी आ जाती है, उस दिन चंद्र ग्रहण लगता है।
सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन लगता है जबकि चंद्रग्रहण पूर्णमासी के दिन लगता है। पूर्णमासी की अंतिम अंश में तथा प्रतिपदा के प्रथम चरण में सूर्य ग्रहण लगता है और अमावस्या के अंतिम अंश में, प्रतिपदा चरण में चंद्र ग्रहण लगता है।
26 दिसंबर को दक्षिण भारत के कुछ भागों में कंकण सूर्यग्रहण जबकि उत्तर भारत में खग्रास सूर्यग्रहण दिखाई देगा। क्रांति वृत्त पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा करने का मार्ग होता है चंद्र मार्ग चंद्रमा द्वारा पृथ्वी की परिक्रमा का मार्ग होता है। ये पथ एक-दूसरे को उत्तर और दक्षिण में काटते हैं जिन्हें राहु एवं केतु कहा जाता है।