जोहान्सबर्ग में खेले गए चौथे वनडे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने टीम इंडिया को 5 विकेट से हराकर सीरीज में अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है। हालांकि छह मैचों की वनडे सीरीज में टीम इंडिया अभी भी 3-1 से आगे है।
वहीं जोहान्सबर्ग में चौथा वनडे मैच गंवाने के बाद अब पांचवां वनडे मैच भी टीम इंडिया के हाथों से फिसलता दिख रहा है। दरअसल दोनों टीमों के बीच अगला मुकाबले पोर्ट एलिजाबेथ के ग्राउंड पर होने वाले है और इस मैदान पर टीम इंडिया रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है।
रिकॉर्ड्स पर नजर डालें तो टीम इंडिया ने पिछले 25 सालों से इस मैदान पर एक भी मैच नहीं जीता है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन से लेकर महेंद्र सिंह धोनी सभी को इस अनलकी मैदान पर मात मिली है।
टीम इंडिया ने इस मैदान पर अब तक कुल पांच वनडे मैच खेले हैं, जिसमें चार द. अफ्रीका और एक कीनिया के खिलाफ खेला गया है। टीम इंडिया ने दिसंबर 1992 में कप्तान मो. अजहरुद्दी के नेतृत्व में यहां पहला मैच खेला था। इस मैच में टीम इंडिया 147 के स्कोर पर ऑल आउट हो गई थी।
1997 में सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में यहां दूसरा मैच खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया ने 9 विकेट खोकर 179 रन बना थे। प्रोटियाज टीम ने यह लक्ष्य 45.1 ओवर में ही हासिल कर लिया था। इसके बाद टीम इंडिया ने साल 2001 में कीनिया के खिलाफ यहां तीसरा मैच खिला था, जिसमें टीम इंडिया को 70 रन से हार का मुंह देखना पड़ा था।
साल 2006 में कप्तान वीरेंद्र सहवाग को टीम की कमान मिली, लेकिन वह भी यहां कुछ नहीं कर पाए। द. अफ्रीका द्वारा बनाए गए 243 रनों के लक्ष्य का पीछे करते हुए टीम इंडिया 163 रन पर ही ढेर हो गई थी।
टीम इंडिया ने आखिरी बार यहां साल 2011 में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में मैच खेला था। इस मैच में द. अफ्रीका ने टीम इंडिया के सामने 265 रन का लक्ष्य रखा था, लेकिन धोनी की सेना 32.5 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 142 रन ही बना सकी। प्रोटियाज ने यह मैच डकवर्थ लुइस नियम के तहत जीता था।