छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक नाबालिग लड़की से बलात्कार व गर्भवती होने पर मारपीट करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि आरोपी राकेश मेश्राम उसे डरा धमका व बहला कर बीते दो वर्षों से बलात्कार की घटना को अंजाम दे रहा था। इस दौरान नाबालिग लड़की के दो से तीन बार गर्भवती होने पर गोली खिला कर गर्भपात कराया जाता था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले की जांच कर रही पुलिस विभाग की उषा अहिरवार ने बताया है कि युवती ने अपने बयान में कहा कि आरोपी राकेश मेश्राम द्वारा उसे बहला कर व डरा-धमका कर लगातार बलात्कार की वारदात को अंजाम देता था। इस दौरान पीड़िता के प्रेग्नेंट होने पर आरोपी द्वारा उसे टेबलेट खिला दिया जाता था। बताया जा रहा है कि आरोपी द्वारा हफ्ते भर पूर्व भी युवती के गर्भवती होने की जानकारी होने पर जमकर मारपीट की गई है।
आरोपी के मारपीट की घटना से पीड़िता की स्थिति नाजुक है और उसे उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ICU में भर्ती कराया गया है। युवती अस्पताल में पिछले तीन दिन से भर्ती है, किन्तु अभी तक बाल कल्याण समिति (CWC) से बयान नहीं कराया गया है। इस मामले को लेकर भी चिखली चौकी पुलिस के कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है। इससे पहले चिखली चौकी पुलिस पर पीड़िता के परिवार वालों ने शुरुआत में शिकायत करने पर मामला दर्ज नहीं करने का इल्जाम लगाया है।