यदि आप ट्रेन से किसी यात्रा पर जाने वालें हैं तो अपने ट्रेन की स्थिति जरूर जांच लें कि कहीं आपकी गाड़ी रेलवे ने रद तो नहीं कर दी है। दरअसल, देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से हुए जलभराव के कारण पश्चिम रेलवे ने आज 13 ट्रेनें रद कर दी हैं। रेलवे की ओर से जारी बयान के मुताबिक, 19 अगस्त को एक, 15 अगस्त को आठ, 16 अगस्त को पांच, 17 अगस्त और 18 अगस्त को तीन-तीन ट्रेनें रद रहेंगी। इनके अलावा पांच ट्रेनों को अगले आदेश तक रद रखा गया है।
पश्चिम रेलवे की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, ट्रेन नं. 17018 सिकंदराबाद राजकोट, 19202 पोरबंदर सिकंदराबाद, 16588 बीकानेर यशवंतपुर, 22943 पुणे इंदौर, 12940 जयपुर पुणे, 19312 इंदौर पुणे, 16505 गांधीधाम बेंगलुरु, 16210 मैसूर अजमेर, 16311 श्रीगंगानगर कोचुवेल्ली, 19577 तिरुनेलवेली जामनगर, 12283 एर्नाकुलम हजरत निजामुद्दीन, 22483 जयपुर गांधीधाम, 79449/50 मोरबी मियाना डेमू, 19151/52 पालनपुर भुज ट्रेने आज यानी मंगलवार को रद रहेंगी।
रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 16 अगस्त को ट्रेन संख्या 12494 निजामुद्दीन पुणे, 14806 बाड़मेर यशवंतपुर, 22944 इंदौर पुणे, 22943 पुणे इंदौर, 16209 अजमेर मैसूर रद रहेगी। 17 अगस्त को तीन ट्रेनें कैंसिल रहेंगी जिनमें ट्रेन संख्या 19316 इंदौर लिंगमपाल्ली, 22943 पुणे इंदौर, 82654 जयपुर यशवंतपुर शामिल हैं। 18 अगस्त को भी तीन ट्रेनों को रद किया गया है। इनमें ट्रेन नं. 12493 पुणे निजामुद्दीन, 19315 लिंगमपाली इंदौर, 19567 तूतीकोरीन ओखा शामिल हैं।
रेलवे के मुताबिक, 19 अगस्त को ट्रेन नं. 14805 यशवंतपुर बाड़मेर ट्रेन रद रहेगी। उपरोक्त सभी ट्रेनों के अलावा रेलवे ने पांच अन्य दूसरी ट्रेनों को भी अगले आदेश तक रद किया है। बयान में कहा गया है कि देश के विभिन्न इलाकों में बाढ़ और रेलवे ट्रैक पर जल भराव की स्थिति के मद्देनजर इन ट्रेनों को रद किया गया है। इनके अलावा 13 अगस्त को चलने वाली तीन ट्रेनों और 16 व 15 अगस्त को चलने वाली एक-एक ट्रेन को ट्रैक टूटने के कारण डायवर्ट किया गया है।
केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात में राहत एवं बचाव का काम जारी रहने के बीच मरने वालों की संख्या 200 हो गई है। अधिकारियों ने बताया 12 लाख से ज्यादा लोग अभी भी बाढ़ की चपेट में हैं। कर्नाटक में 70 जिलों की 80 तहसीले बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्य सरकार ने मरने वालों की संख्या 48 तक पहुंच गई है जबकि 12 लोग अभी भी लापता हैं। महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या 43 हो गई है और 4.48 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है। राज्य में 761 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।