इंग्लैंड क्रिकेट टीम गुरुवार (15 सितंबर) को 17 साल बाद पाकिस्तान के पहले दौरे के लिए कराची पहुंच गई है। सुरक्षा कारणों की वजह से इंग्लैंड ने पाकिस्तान दौरा ना करने का फैसला किया था। इंग्लैंड ने आखिरी बार पाकिस्तान में 2005 में खेला था। हालांकि इंग्लैंड की टीम पिछले साल ही पाकिस्तान का दौरा करने वाली थी, लेकिन सुरक्षा कारणों की वजह से न्यूजीलैंड को दौरा रद्द करते देख इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए थे।
न्यूजीलैंड और फिर इंग्लैंड बोर्ड के इस कदम से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने नाराजगी जाहिर की थी, क्योंकि ये वो समय था जब दो बड़ी टीमें पाकिस्तान पहुंचने वाली थी और पाकिस्तान अपनी सुरक्षा प्रतिष्ठा को बहाल करने के लिए बेताब था।
लाहौर में श्रीलंकाई टीम की बस पर आतंकवादियों द्वारा 2009 के घातक हमले के बाद, पाकिस्तान को संयुक्त अरब अमीरात जैसे तटस्थ स्थानों पर अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा, जहां उन्होंने 2012 और 2015 में सीरीज के लिए इंग्लैंड की मेजबानी की।
पिछले पांच सालों में पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई है। इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया की टीम लगभग 24 साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर आई थी और सफलतापूर्वक खत्म भी किया।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड आज यानी कि गुरुवार को टी20 वर्ल्ड कप और इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए टीम का ऐलान कर सकता है।
जोस बटलर की कप्तानी वाली 19 सदस्यीय इंग्लैंड टीम 20 सितंबर से 2 अक्टूबर तक कराची और लाहौर में पाकिस्तान के खिलाफ सात टी20 मैच खेलेगी। आगामी टी20 वर्ल्ड कप के लिहाज से ये सीरीज दोनों ही टीमों के लिए काफी अहम होने वाली है। इंग्लैंड तीन टेस्ट मैच खेलने के लिए दिसंबर में वापस दौरा करेगी।