हम लोग अक्सर रोटियां बनाने के बाद बचे हुए आते को फ्रिज में रख देती है और उसका प्रयोग अगले बार करती है. धर्मशास्त्रों के अनुसार गूंथा हुआ आटा पिण्ड माना जाता है जिसे मृतात्मा के भक्षण के लिए अर्पित किया जाता है. जिन भी घरों में लगातार या अक्सर गूंथा हुआ आटा फ्रिज में रखने की परंपरा बन जाती है वहां पर भूत, प्रेत तथा अन्य ऊपरी हवाएं भोजन करने के लिए आने लग जाती है. इनमें अधिकतर वे आत्माएं होती है जिन्हें उनके घरवालों ने भुला दिया या जिनकी अब तक मुक्ति नहीं हो सकी है.
ऎसी आत्माओं के घर में आने के साथ ही घर में अनेकों समस्याएं भी आनी शुरू हो जाती हैं. बचे हुए आटे को इस तरह रखने वाले सभी घरों में किसी न किसी प्रकार के अनिष्ट देखने को मिलते हैं. वहां अक्सर बीमारियां, क्रोध, आलस आदि बने रहते हैं और घर में रहने वालों की भी तरक्की नहीं हो पाती है.
शास्त्रों के अनुसार ऎसे किसी भी चीज को घर में स्थान नहीं देना चाहिए जो मृतात्माओं का भोजन हो अथवा उन्हें किसी भी प्रकार से आमंत्रित करने की क्षमता रखती हो. इसके ही रात के बासी बचे आटे से रोटी बनाना शरीर के लिए भी नुकसानदेह होता है. ऎसा भोजन तामसिकता को तो बढ़ावा देता ही है साथ में शरीर को भी रोगों का घर बना देता है जबकि ताजा बना भोजन शरीर को स्फूर्ति, शक्ति और स्वास्थ्यदेता है. इन सभी चीजों को देखते हुए हमें घर में बासी आटा नही रखना चहिये .