हिन्दू धर्म में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले शुभ ग्रह और नक्षत्र देखने की परंपरा होती है। 14 मार्च की रात से आगे एक महीने के लिए सभी तरह के शुभ कार्यो पर विराम लग लगने वाला है, क्योंकि 14 मार्च से मलमास का महीना शुरू होने जा रहा है। ज्योतिष में मलमास के महीने में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जा सकता है। ऐसे में अगर आप कोई शुभ कार्य जैसे विवाह, गृहप्रवेश या फिर कोई नई संपत्ति खरीदने को सोच रहे हैं तो 14 मार्च से पहले कर लें। दरअसल जब मलमास का महीना प्रारम्भ होता है तो इस दौरान कोई भी शुभ काम नहीं किया जा सकता है।
क्या होता है मलमास
सूर्य सभी 12 राशियों में एक-एक महीने के लिए सभी राशियों में अपनी चाल बदलता है। सूर्य जब जब गुरु की राशियों धनु और मीन राशि में आता है तो इसे मलमास कहा जाता है। सभी शुभ कार्यों के सूर्य और गुरु का शुभ स्थिति में होना आवश्यक होता है। विवाह के लिए वर को सूर्य का प्रभाव और वधू के लिए गुरु का बलवान होना जरूरी होता है तभी विवाह का शुभ मुहूर्त निकलता है। सूर्य के मीन राशि में गोचर से उसका तेज प्रभावित होने लगता है साथ ही बृहस्पति का बल भी कम होने लगता है। इसलिए जब तक सूर्य मीन राशि में गोचर करता है उस एक माह के दौरान शुभ कार्य बंद हो जाता है।
मलमास को शुभ कार्यों के लिए अच्छा समय नहीं माना जाता है। 14 मार्च 2018 को रात में 11 बजकर 42 मिनट से सूर्य कुंभ राशि से मीन राशि में गोचर होने के साथ ही मलमास की शुरुआत हो जाएगी। 14 अप्रैल 2018 को समाप्त होगा और इसके बाद ही शुभ कार्यों की शुरुआत की जा सकेगी।