पिछले कारोबारी हफ्ते इस शेयर में 10.88% का उछाल देखने को मिला। सोमवार यानी 30 जून को यह शेयर NSE पर 236.20 की ट्रेडिंग के साथ शुरू हआ और 4 जुलाई यानी शुक्रवार को 262 रुपए पर बंद हुआ। इसमें एक हफ्ते में 10.88% और पिछले कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन 8.21% की तेजी देखी गई। यह स्टॉक अब तक 1000% रिटर्न दे चुका है। दरअसल, कंपनी 10 जुलाई को एक अहम बैठक करने जा रही है। जिसमें स्टॉक स्प्लिट के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। यह खबर आने के बाद निवेशकों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया। और इसी के चलते कंपनी के शेयर्स में तेजी देखने को मिली।
स्प्लिट होंगे इक्विटी स्टॉक्स!
स्टॉक स्प्लिट को लेकर कंपनी ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि बोर्ड की बैठक में 10 रुपए के फेस वैल्यू वाले इक्विटी स्टॉक्स को छोटे हिस्सों में बांटने पर फैसला लिया जाएगा। इसे लेकर कंपनी ने नियमों के मुताबिक, 1 जुलाई से ही Designated Individuals और Insiders के लिए ट्रेडिंग विंडो बंद कर दी है, जो Financial results की घोषणा के 48 घंटे बाद तक बंद रहेगी। कंपनी ने यह कदम नतीजों से पहले पारदर्शिता बनाए रखने के लिए उठाया है।
क्या है मकसद ?
TFCI अपने शेयरों का स्टॉक स्प्लिट करने की योजना बना रही है। इसका मतलब है कि एक शेयर को कई छोटे शेयरों में बांट दिया जाएगा, जिससे शेयर की कीमत कम हो जाएगी। उदाहरण के लिए, अगर 10 रुपए का एक शेयर दो हिस्सों में बंटता है, तो उसकी कीमत 5 रुपए हो जाएगी। ऐसा करने के पीछे कारण है:
सस्ते शेयर: कम कीमत के कारण छोटे निवेशक भी शेयर खरीद सकते हैं।
ज्यादा खरीद-बिक्री: सस्ते शेयरों की ट्रेडिंग बढ़ सकती है, जिससे शेयर आसानी से खरीदे-बेचे जा सकते हैं।
अधिक निवेशक: ज्यादा लोग कंपनी में निवेश करने के लिए आकर्षित होंगे।
क्या फायदा होगा?
आसान खरीद: कम कीमत के शेयर छोटे निवेशकों के लिए खरीदना आसान होगा।
ज्यादा ट्रेडिंग: शेयर आसानी से बिकेंगे और खरीदे जा सकेंगे।
संभावित मुनाफा: अगर ज्यादा लोग शेयर खरीदने लगें, तो कीमत बढ़ सकती है।
अट्रैक्शन: सस्ते शेयर देखकर लोग कंपनी में ज्यादा रुचि ले सकते हैं।
निवेशकों को क्या सलाह?
स्टॉक स्प्लिट से कंपनी की असल वैल्यू नहीं बदलती, बस शेयरों की संख्या बढ़ती है और कीमत कम हो जाती है। निवेश से पहले कंपनी की फाइनेंशियल कंडीशन, उसके प्रॉफिट और परफॉर्मेंस के देखना जरूरी है।
क्या काम करती है कंपनी?
यह स्मॉलकैप कंपनी कंपनी है, जो टूरिज्म से जुड़े व्यवसायों, जैसे होटल, रिसॉर्ट, रेस्टोरें और एम्यूज़मेंट पार्क को लोन और फाइनेंशियल मदद देती है। इसके अलावा यह इन्फ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट और एजुकेशन जैसे सेक्टर्स पर भी इन्वेस्ट करती है। यह सलाह देने और प्रोजेक्ट्स की प्लानिंग बनाने में भी मदद करती है।
कितना है मार्केट कैप और रेवेन्यू?
TFCI का मार्केट कैप 1,905.71 करोड़ से रुपए से 2400 करोड़ रुपए के बीच है। रेवेन्यू 251.63 करोड़ रुपए है, जिसमें पिछले साल की तुलना में 7% की बढ़ोतरी हुई है। प्रॉफिट की बात करें तो कंपनी ने 2024-2025 में 103.81 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है, जो 2023-2024 के 91.11 करोड़ रुपए के मुकाबले 13.94% ज्यादा है।