प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों से रवाना हुई विजय ज्योति बरेली शहर पहुंच चुकी है। अब अगले दस दिन तक यह ज्योति शहर के अलग-अलग हिस्सों में रहेगी। जिससे लोग विजय ज्योति से प्रेरणा लें और उनमें देश के प्रति जज्बा और मजबूत हो सके।
1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान राष्ट्र की ऐतिहासिक जीत का 50 वां साल शुरू होने पर 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली से विजय ज्योति रवाना की थी। शनिवार को यह विजय ज्योति शहर के झुमका चौराहा पहुंची, जहां शहर के गणमान्य लोगों, सेना के जवानों एवं अनुभवी दिग्गजों ने इसका स्वागत किया।
अधिकारियों ने लोगों को बताया कि किस तरह 1971 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में देश के वीर जवानों ने पाकिस्तानी सेना से मोर्चा संभाला था और उनके हजारों सैनिकों को बंधक बनाया था। सैन्य पाइप बैैंड की धुन और जवानों की कदमताल के साथ इसे सम्मानपूर्वक छावनी ले जाया गया।
यहां सैन्य क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों पर आम लोगों ने विजय ज्योति की झलक देखी। जाट रेजीमेंट सेंटर पहुंचने पर सैन्य अधिकारियों ने विजय ज्योति का स्वागत किया।
शहर में जगाएगी देशभक्ति की अलख
अगले दस दिन तक विजय ज्योति शहर के स्कूल, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, वायु सेना स्टेशन और फीनिक्स मॉल जैसे विभिन्न प्रमुख स्थानों पर रखी जाएगी। जिससे जिले वासियों और खासकर छात्र-छात्राओं और युवाओं में देशभक्ति की भावना का संचार किया जा सके। इसके बाद विजय ज्योति रामपुर भेजी जाएगी। जहां से यह मुरादाबाद और फिर बदायूं को मिलेगी।