बिहार में आंध्र प्रदेश और अन्य राज्यों से आने वाली मछलियां जांच 10 पैरामीटर में फेल हो गई है. जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली है. जांच रिपोर्ट के अनुसार इनमें कैंसर तत्व पाए गए हैं. इस गंभीर सामाजिक विषय पर विपक्ष के साथ साथ सत्ता पक्ष के वरिष्ठ नेता भी राज्य सरकार से तुरंत इस तरह की मछलियों को मंगाने पर रोक लगाने की मांग की है.
बीजेपी सांसद आरके सिन्हा ने कहा है कि यह समस्या बिहार की ही नहीं बल्कि पूरे देश की है. राज्य सरकार और केंद्र सरकार को तत्काल इस तरह की मछलियों के साथ-साथ उन फर्टिलाइजर कंपनियों पर भी रोक लगानी चाहिए जो सब्जी से लेकर मछली तक को दूषित कर रहे हैं.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा है कि राज्य सरकार को मछलियों को बैन कर देना चाहिए और राज्य सरकार को जनहित में यह फैसला लेना चाहिए. वहीं, आरजेडी लीडर विजय प्रकाश ने सरकार सवाल उठाते हुए कहा कि मछली उत्पादन कहां गया है, कितना मछली उत्पादन हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा है कि एक दिन भी बिहारियों को मछली खिलाने में बिहार सरकार असमर्थ है.
बीजेपी नेता निखिल आनंद ने कहा है कि इस मामले में सख्त से सख्त कदम उठाया जाना चाहिए. जनता के हित में यह फैसला लिया जाएगा और जल्द ही इसपर रोक लगेगी. सीएम नीतीश कुमार खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं.