आषाढ़ 2023 का महीना 5 जून, सोमवार से प्रारंभ हुआ है। इस तरह से 10 जून को आषाढ़ मास का पहला शनिवार है। हिंदू धर्म में शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित माना गया है। मान्यता है कि शनिवार के दिन शनिदेव की विधि-विधान से पूजा करने से न्यायदेवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए कुछ खास उपाय भी किए जाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आने के साथ ही घर पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है।
1. शनिवार के दिन पूजन से प्रसन्न होते हैं शनिदेव- ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जिन जातकों की कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति अशुभ होती है उन्हें जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर दर्शन करें और शनिदेव की पूजा-अर्चना करें।
2. बजरंगबली के पूजन से प्रसन्न होते हैं शनिदेव- मान्यता है कि शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा करन से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करना चाहिए और आरती के लिए दीप जलाने के लिए काले तिल के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
3. शनि यंत्र से दूर होगी आर्थिक तंगी- शनिदेव के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए शनिवार के दिन शनि यंत्र की स्थापना कर उसकी पूजा करने से आर्थिक लाभ होता है। शनि यंत्र की विधि-विधान से पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। शनि यंत्र के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाकर और रोजाना नीले फूल चढ़ाने से भी शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
4. शनि मंत्र का जाप- शनिवार के दिन शनि मंत्रों के विधिवत जाप से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। शनिवार के दिन शनि संबंधित चीजों का दान करना चाहिए। इस दिन गरीबों की मदद करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
शनि महामंत्र-
ऊं नीलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनिश्चरम।।
शनि दोष निवारण-
मंत्र ऊं त्र्यंबकम यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात्।।