स्कूल शिक्षा विभाग ने 10वीं- 12वीं के बोर्ड परीक्षार्थियों के लिए आफत भरा प्री बोर्ड टेस्ट का शेड्यूल जारी किया है। परीक्षार्थियों को बोर्ड परीक्षा से पहले 17 से 25 फरवरी तक स्कूलों में प्री बोर्ड टेस्ट देने के लिए जाना पड़ेगा। एक मार्च से हायर सेकेंडरी और दो मार्च से हाई स्कूल की परीक्षा है। शिक्षाविदों का कहना है कि यह समय विद्यार्थियों के लिए रिवीजन और पढ़ाई का होता है। अधिकारी मनमाने तरीके से निर्णय ले रहे हैं, क्योंकि परीक्षा से पहले विद्यार्थियों को चार से पांच किलोमीटर दूर स्कूलों में आने-जाने में समय व्यर्थ होगा। जबकि परीक्षा से 15 दिन पहले विद्यार्थियों को समय प्रबंधन करना होता है।

दरअसल, प्री बोर्ड टेस्ट के परिणाम परीक्षा के 15 दिन पहले आ जाने चाहिए। शिक्षाविदों का कहना है कि मामले में राज्य शासन को संज्ञान लेना चाहिए। वहीं रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी, आरएल ठाकुर ने इस मामले में कहा कि अब इस बार शेड्यूल तो बिगड़ गया है, मगर परीक्षा देने के लिए परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में तो आना ही पड़ेगा।
प्री बोर्ड के लिए जारी हुए ये निर्देश
जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकुर निर्देश दिए हैं कि परीक्षाएं स्कूल स्तर पर होंगी। कठिन विषयों के लिए गेप भी देने के लिए कहा गया है। प्रश्न पत्र स्कूल स्तर बनाए जाएंगे। यह प्रश्न पत्र बोर्ड परीक्षा के अनुकूल ही होगा। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन यथासंभव परीक्षा दिवस ही होगा और तीसरे दिन परीक्षार्थियों को वापस किया जाएगा। विशेषज्ञों का कहना है कि परीक्षा से पहले इस तरह मूल्यांकन करके यदि कापी लौटाई गई तो परीक्षार्थियों का तनाव भी बढ़ सकता है।
शिक्षक अवकाश में तो दूसरे स्कूल से बनवाएं प्रश्न पत्र
आरएल ठाकुर ने बताया कि यदि किसी स्कूल में शिक्षक अवकाश पर रहेंगे तो दूसरे स्कूल से समन्वय करके शिक्षकों से प्रश्न पत्र बनवाएं। गूगलशीट पर 28 फरवरी को प्री बोर्ड का परिणाम भी जारी होगा। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए समय-सारणी की घोषणा कर दी गई है। इसके अनुसार परीक्षा में अब सिर्फ 28 दिन बाकी हैं। छात्रों के पास तैयारी के लिए जो भी समय बचा है, वह काफी महत्वपूर्ण है।
परीक्षा के 15 दिन पहले तक प्री बोर्ड होने से यह होता है फायदा –
यदि प्री बोर्ड परीक्षा 15 दिन पहले ली जाती है तो काफी मदद मिलती है। छात्रों में परीक्षा को लेकर जो भी डाउट होते, प्री-बोर्ड में शामिल होकर दूर कर सकते थे।
प्री बोर्ड टेस्ट को लेकर तुगलकी निर्णय
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के शिक्षाविद व पूर्व सदस्य संजय जोशी का मानना है कि प्री बोर्ड परीक्षा बहुत गलत समय पर ली जा रही है। इस परीक्षा का परिणाम कम से कम 15 दिन पहले आ जाना चाहिए था। ताकि परीक्षार्थी क्या गलतियां कर रहे हैं और क्या कमियां हैं, इस पर सुधार कर सकें। प्री बोर्ड परीक्षा का मकसद भी यही है कि अपनी कमियों को दूर कर सकें। यह तुगलकी और मनमानी निर्णय है। यह मुख्य परीक्षा के परिणाम को प्रभावित करेगा।
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