एक रिसर्च के अनुसार अगरबत्ती के धुंए में जो छोटे-छोटे पार्टिकल्स मौजूद होते हैं वो हवा में मिल जाते हैं। इन सभी पार्टिकल्स में कुछ ऐसे टॉनिक्स मिलते हैं जो इंसानी शरीर के अंदर सेल्स को नुकसान पहुंचाते है। चीन में साल 2015 में हुई रिसर्च के अनुसार अगरबत्ती में 3 तरह के टॉनिक्स पाए जाते हैं जिससे कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
मनुष्य के शरीर में जेनेटिक म्यूटेशन के कारण डीएनए में जो बदलाव होता है वो सही नहीं होता है। जब भी हम लोग अगरबत्ती से निकलने वाले सुगंधित धुंए को सूंघने की कोशिश करते हैं तो वो धुआँ हमारे शरीर में फेफड़े तक पहुँचता है जो सास को परेशानी देना शुरू कर देता है। इस धुंए के अंदर 64 प्रकार के कण पाए जाते हैं जो साँस लेने की प्रक्रिया को रोकते हैं।