अगर कोई शराब पीकर होली का जश्न साथ मनाने जा रहा हे तो, जरा होशियार रहें, संभलकर ही वह शराब का सेवन करे। कहीं ऐसा न हो कि आपके हाथ मिलावटी शराब लग जाए और जश्न का मजा खराब हो जाए।
बिना जांचे और परखे शराब का सेवन करना सेहत के लिए घातक हो सकता है। इससे आपके आंख की रोशनी तक जा सकती है। या यूं कह लें कि कहीं रंग में भंग न हो जाए।
बीते साल की तरह इस बार भी नकली, मिलावटी शराब की खेप जिले में पहुंच चुकी है, जो कई दुकानों और अलग-अलग स्थानों से बिक रही हैं। होली से तीन दिन पहले से ही शराब दुकानों पर खरीदारों की भीड़ बढऩे लगी है।
शनिवार को अंग्रेजी और देशी मदिरा के साथ-साथ बीयर की बिक्री में भी करीब 20 फीसद की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सोमवार तक यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
होली के दौरान शराब की बिक्री में दो गुना की वृद्धि हो जाती है। ऐसे में शराब माफिया नकली शराब को ज्यादा से ज्यादा बेचने के लिए तरह-तरह के जतन कर रहे हैं। स्वरूपरानी नेहरू मेडिकल कॉलेज के डॉ. सुजीत वर्मा का कहना है कि किसी भी व्यक्ति के लिए इथाइल एल्कोहल की बजाए मिथाइल एल्कोहल का सेवन करना काफी नुकसानदायक है।
जिला आबकारी अधिकारी एसबी मॉडवेल कहते हैं कि अवैध शराब सेहत के लिए हानिकारक होती है। इसकी बिक्री करने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। छापेमारी करते हुए अब तक कई को गिरफ्तार भी किया गया है।
होली पर शराब की जबरदस्त खपत के चलते तस्करी ने भी जोर पकड़ लिया है। एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने अमेठी के मोहनगंज में दो ट्रक रोककर तलाशी ली तो उसमें 75 लाख रुपये कीमत की हरियाणा निर्मित शराब बरामद हुई।
एएसपी एसटीएफ नीरज पांडेय के मुताबिक, दोनों ट्रक से तीन लोगों को पकड़ा गया है। सूखे कचरे के पीछे शराब की पेटियां ढकी थीं। यह खेप पंजाब के भटिंडा से बिहार में आरा जा रही थी। गिरफ्तार तस्करों में पंजाब के मोगा जनपद का लखविंदर सिंह, लुधियाना का जगदीश सिंह, राजस्थान में श्री गंगानगर का पिपल सिंह शामिल है।