डिजिटल युग में इंटरनेट का इस्तेमाल हमारी रोजाना की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। हालांकि यही इंटरनेट नित नई टेक्नोलॉजी के साथ साइबर अपराधियों का भी अड्डा बन चुका है। जरा सी लापरवाही एक बड़ा नुकसान करवा सकती है। कई बार हम ऑनलाइन ऐसे फॉर्म भर रहे होते हैं जहां हम खुद अपने बारे में बहुत-सी जानकारियां बता रहे होते हैं।
डिजिटल युग में इंटरनेट का इस्तेमाल हमारी रोजाना की जिंदगी का हिस्सा बन गया है। हालांकि, यही इंटरनेट नित नई टेक्नोलॉजी के साथ साइबर अपराधियों का भी अड्डा बन चुका है।
जरा सी लापरवाही, एक बड़ा नुकसान करवा सकती है। इंटरनेट का इस्तेमाल करने के साथ कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो डेटा की सुरक्षा को पक्का किया जा सकता है-
इंटरनेट इस्तेमाल करने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान-
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का करें इस्तेमाल
इंटरनेट का इस्तेमाल करने के साथ डेटा की सुरक्षा के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन की सुविधा आज कल हर दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट के साथ मिलने लगी है। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन के साथ आपके सोशल मीडिया अकाउंट को कोई भी अनऑथराइज्ड तरीके से एक्सेस नहीं कर सकता।
स्ट्रॉन्ग पासवर्ड का करें इस्तेमाल
इंटरनेट का इस्तेमाल करने के साथ कई तरह के ऑनलाइन अकाउंट बनाने की जरूरत होती है। हालांकि, हर अकाउंट के लिए एक अलग पासवर्ड याद रखना किसी के लिए भी एक मुश्किल काम है।
यही वजह है कि ज्यादातर इंटरनेट यूजर एक आसान सा पासवर्ड बनाना पसंद करते हैं। ध्यान रहे, बैंकिंग और सेंसेटिव जानकारियों के डेटा को हमेशा एक स्ट्रॉन्ग पासवर्ड के साथ ही सुरक्षित रखा जाना चाहिए।
डिजिटल फुटप्रिंट का रखें ध्यान
कई बार हम ऑनलाइन ऐसे फॉर्म भर रहे होते हैं जहां हम खुद अपने बारे में बहुत-सी जानकारियां बता रहे होते हैं। हमारे सोशल मीडिया अकाउंट पर किए जा रहे पोस्ट से भी डिजिटल फुटप्रिंट बनते हैं।
इन डिजिटल फुटप्रिंट का इस्तेमाल कर हैकर ठगी को अंजाम दे सकता है। जरूरी है कि समय-समय पर इन डिजिटल फुटप्रिंट को खुद ही रिमूव या कम किया जाए। ऐसा पुराने अकाउंट डिलीट कर किया जा सकता है।
फ्री वाईफाई का न करें इस्तेमाल
फ्री या पब्लिक वाईफाई का इस्तेमाल न करने की सलाह दी जाती है। हैकर्स इस तरह के नेटवर्क पर पहले से एक्टिव रहते हैं।
इधर आपने फ्री वाईफाई इस्तेमाल कर अपनी पर्सनल या बैंकिंग डिटेल्स शेयर की उधर आप हैकर के जाल में फंस जाते हैं। पब्लिक वाईफाई इस्तेमाल करने की बहुत ज्यादा जरूरत हो तो वीपीएन के जरिए पब्लिक वाईफाई इस्तेमाल करें।