सर्दियों में सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार से लगभग सभी को परेशान रहते हैं। ऐसी बीमारियों से बचने के लिए सुबह-शाम ठंड से बचना चाहिए। इसके बाद भी बुखार आ जाए तो कुछ विशेष बातों का ख्याल रखें। आप की एक लापरवाही की वजह से बीमारी लंबी चल सकती है। इस स्थिति में बीमारी आने पर आयुर्वेदिक के अनुसार डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिए। जिससे आप की सेहत में जल्द सुधार हो सके। लेकिन अधिकतर लोगों को यह नहीं पता है कि बुखार में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। आज इस लेख में हम आप को विस्तार से समझाएंगे।
बुखार में ये न करें
बुखार होने की स्थिति में नहाने से बचना चाहिए। यदि नहा भी रहे हैं तो भूलकर भी ठंडे पानी से न नहाएं। यदि आप को नहाना ही है तो गुनगुने पानी से स्पंजिंग कर लें या हल्का नहा सकते हैं। यदि काम चल जाए तो कोशिश करें कि दो से तीन दिन न नहाएं।
एक्सरसाइज से बचें
यदि आप को बुखार है तो व्यायाम बिल्कुल न करें। एक्सरसाइज करने से शरीर का तापमान हाई हो जाता है, जो शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इससे शरीर कमजोर भी हो सकता है।
ये फल न खाएं
बुखार होने की स्थिति में कुछ फलों के सेवन से बचना चाहिए। इसके लिए यह जानना जरूरी है कि कौन सा फल खाना चाहिए कौन सा नहीं। फीवर आने की स्थिति में जूसी और खट्ट फल, केला, तरबूज, संतरा, नींबू खाने से बचना चाहिए।
भूलकर भी न खाएं दही
ये तो आप भी जानते होंगे कि बुखार आने की स्थिति में ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। यही कारण है कि बुखार में दही, छाछ, लस्सी या रायता पीने से बचना चाहिए।
फीवर होने ये करें
बुखार होने की स्थिति में डाइट पर विशेष ध्यान देना चाहिए। ऐसे समय में हल्का और आसानी से पचने वाला आहार लें। एक साथ ज्यादा खाना खाने से बचना चाहिए। खाने के बाद हल्का टहलें। गुनगुना पानी पीएं। बुखार में सूप भी पी सकते हैं। जिसमें टमाटर का सूप, मिक्स वेज सूप या मूंग दाल का सूप शामिल है। सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि फीवर की स्थिति में खूब आराम करें।