मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले में आरोप लगने के बाद बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया। लेकिन मंत्री मंजू वर्मा अपने पति चंदेश्वर वर्मा की वजह से सुर्खियों में हैं। उनके पति पर आरोप है कि वो अक्सर बालिका गृह में जाया करते थे और अधिकारियों को नीचे छोड़ खुद बच्चियों के पास जाते थे।
मंत्री मंजू वर्मा को लेकर पूरा विवाद उनके पति चंदेश्वर वर्मा को लेकर है। लेकिन मंत्री बार-बार ऊंची आवाज में कह रही हैं कि उनके पति निर्दोष हैं। बालिका गृह की बच्चियों ने तोंद वाले अंकल कहकर क्या इशारा किया ये तो बाद की बात है, लेकिन उनके पति को लेकर सीपीओ रवि रौशन की पत्नी ने यह खुलासा किया कि मंत्री के पति बालिका गृह आते थे।
कभी ब्यूटी पार्लर चलाने वाली मंजू वर्मा कैसे बनी मंत्रीं
बिहार की समाज कल्याण मंत्री रहीं 49 वर्ष की मंजू वर्मा कभी अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई के लिए पटना आ गयी थीं और यहीं ब्यूटी पार्लर चलाया करती थीं। राजनीति उनको ससुराल की विरासत में मिली। मंजू वर्मा के ससुर सुखेदव महतो 1980 से 1985 चेरिया बरियारपुर विधानसभा से सीपीआई के विधायक थे। 1985 में टिकट कट जाने के बाद नाराज होकर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा, लेकिन वो चुनाव हार गए।
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