मुंबई के रहने वाले हामिद अंसारी ने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, ‘मेरे दिल में उनके लिए गहरा सम्मान है और वे हमेशा मेरे दिल में जीवित रहेंगी। वह मेरी मां के समान थी। पाकिस्तान से लौटने के बाद उन्होंने ही मेरा मार्गदर्शन किया। उनकी मौत मेरे लिए बड़ा नुकसान है।’ सुषमा स्वराज के बदौलत ही हामिद पाकिस्तान से सकुशल भारत लौट सके थे। तब जाकर कहीं उनके घर में ईद मनाई गई।
विश्वास नहीं होता…
विदेश मंत्री के तौर पर अपने पूरे कार्यकाल में सबकी मदद के लिए वे हमेशा तत्पर रहीं। उन्होंने कभी भी किसी को मदद से इंकार नहीं किया और न ही प्रयास से किसी तरह का उन्हें गुरेज था। ट्विटर हैंडल पर हमेशा सक्रिय रहने वाली सुषमा को देश की जनता दिल से याद कर रही है। सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कहा, ‘विश्वास नहीं हुआ कि इतनी जल्दी वे हमें छोड़ चली गईं, अब तक विश्वास नहीं होता। पूरे देश के लिए यह बड़ी क्षति है। उन्होंने हमेशा लोगों की मदद की। चाहे वे हामिद अंसारी सरबजीत, गीता या जाधव हों उन्होंने सबकी मदद की। उनकी आत्मा को शांति मिले।’
6 साल तक हामिद के घर नहीं मनी ईद
सोशल मीडिया के जरिए मित्र बनी एक महिला से मिलने के लिए 6 साल पहले हामिद अंसारी बगैर वीजा के पाकिस्तान गए थे जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। तीन साल तक पाकिस्तान जेल में सजा काटने के बाद 19 दिसंबर 2018 को हामिद अंसारी पाकिस्तान से वापस भारत लौटे। वे अफगानिस्तान के जरिए पाकिस्तान गए जहां कोहाट में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। 15 दिसंबर 2015 को हामिद को तीन साल की सजा सुनाई गई। जब उनके मित्रों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को यह जानकारी दी तब उन्होंने इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों को हामिद को हर संभव कानूनी मदद देने के आदेश दिए थे।