निर्भया के दोषियों से लेकर राम रहीम, हनीप्रीत केस, राजस्थान का आनंदपाल केस, आदि का केस लड़ने वाले वकील एपी सिंह ने हाथरस सामूहिक दुष्कर्म मामले के आरोपियों की पैरवी करने का निर्णय लिया है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह आज (6 अक्तूबर) से ही इस केस को अपने हाथ में ले रहे हैं।
एपी सिंह ने बताया कि वो यह केस आरोपियों के परिवार के अनुरोध पर और पूर्व केंद्रीय मंत्री मानवेंद्र सिंह से मंत्रणा करने के बाद लड़ रहे हैं। मानवेंद्र सिंह की तरफ से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि हाथरस के आरोपियों का केस एपी सिंह लड़ेंगे। उनकी फीस अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की तरफ से इकट्ठी करके दी जाएगी।
पत्र में ये भी लिखा गया है कि हाथरस केस में एससी-एसटी कानून का पूर्ण रूप से दुरुपयोग कर सवर्ण समाज खासकर राजपूत को बदनाम किया जा रहा है। इसलिए हाथरस केस में दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए एपी सिंह को वकील नियुक्त किया जा रहा है।
एक ओर जहां आरोपियों का केस एपी सिंह लड़ रहे हैं वहीं पीड़ित पक्ष का केस सीमा कुशवाहा लड़ेंगी। सीमा ने ही निर्भया का केस लड़ा था। वह सीमा का पहला केस था। हाथरस की घटना के बाद सीमा खुद पीड़िता के गांव पहुंची और उसका केस लड़ने की पेशकश की थी।