फरीदाबाद में हुए निकिता हत्याकांड का मुद्दा हरियाणा विधानसभा में शुक्रवार को गूंजा। कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने इस मामले में राज्य सरकार से सदन में सवाल पूछे। विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि इस निर्मम हत्या कांड से जनमानस में भारी रोष व्याप्त है। प्रदेश में महिलाओं पर दिन प्रतिदिन अत्याचार बढ़ता जा रहा है। सरकार को इस बाबत सदन में जवाब देना चाहिए।
सवाल का जवाब हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने दिया। उन्होंने कहा कि केस में पुलिस गंभीरता से काम कर रही है। एसआईटी (विशेष जांच दल) गठित हो चुकी है। जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी। आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
इंडियन नेशनल लोकदल विधायक अभय चौटाला ने भी सदन में सरकार को इसी मुद्दे पर घेरा। उन्होंने कहा कि राज्य में बेटियों व महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की है तो ऐसे में निकिता की निर्मम हत्या कैसे हुई। सरकार का ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ का वादा कहां गया । नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़े बताते हैं कि हरियाणा में महिलाओं के विरुद्ध अपराध बढ़ा है, इस पर सरकार चुप क्यों हैं।
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा प्रदेश में अपराध के विरुद्ध कड़ा एक्शन लिया जा रहा है। हम किसी आरोपी को बख्शने वाले नहीं हैं । बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है और हम इस जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटेंगे।
26 अक्टूबर को बल्लभगढ़ में निकिता तोमर का तौसीफ और उसके साथी ने अपहरण करने का प्रयास किया। विफल होने पर निकिता को गोली मार दी गई थी।
हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे चरण का दूसरा दिन हंगामेदार रहा। नए कृषि कानूनों पर सदन में फिर हंगामा हुआ। कृषि कानूनों पर कांग्रेस और निर्दलीय विधायक तुरंत चर्चा की मांग पर अड़े हैं। इसी को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू के बीच बहस भी हुई। वहीं कांग्रेस प्राइवेट मेंबर्स बिल के रद्द करने की वजह बताने पर अड़ी है।
इस दौरान सदन में 20 मिनट तक विपक्ष का हंगामा चलता रहा है। संसदीय कार्यमंत्री कंवर पाल ने कहा कि कांग्रेसी सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं। इस पर नाराज कांग्रेस विधायक वेल पर पहुंच गए। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में जहरीली शराब से हुई मौतों पर तुरंत चर्चा की मांग रखी।
हंगामे के बीच हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने सुझाव दिया कि जो निश्चित एजेंडा स्पीकर ने तय किया उसी अनुसार चर्चा कर लेते हैं। इसके बाद जो समय है, उसमें विपक्ष अन्य मुद्दे उठाए और हम जवाब देंगे। वहीं विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि जिसका ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पहले आया है, उस पर पहले चर्चा होगी। इसके बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया।
नाराज विधायकों ने विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया और जमकर नारेबाजी की। इनेलो विधायक अभय चौटाला का भी कृषि कानूनों खिलाफ काम रोको प्रस्ताव रद्द कर दिया गया। इस पर अभय ने कहा कि सरकार को किसानों की चिंता नहीं है। भाजपा और कांग्रेस मिले हुए हैं।