हरियाणा में अब पांच जुलाई को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके असर से दक्षिणी पंजाब और उत्तरी राजस्थान पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। यह कम दबाव का क्षेत्र मानसून टर्फ को फिर से हरियाणा की तरफ खींचेगा।
प्रदेश में दो दिन बाद फिर से मानसून रफ्तार पकड़ेगा। मौसम विशेषज्ञ के मुताबिक पांच जुलाई से नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके प्रभाव से मानसून टर्फ दोबारा से प्रदेश की तरफ से खिसकेगी। इससे प्रदेशभर में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी।
मौसम विशेषज्ञ डाॅ. चंद्रमोहन ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान पर कम दबाव का क्षेत्र बने रहने से दूसरे दिन वीरवार को भी मानसून टर्फ राजस्थान पर बनी रही। इस दौरान यह जैसलमेर, कोटा, गुना, सतना, डाल्टनगंज, दीघा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली रही।
दिनभर में प्रदेश में कुछ जगहों पर बिखराव वाली बूंदाबांदी दर्ज की गई। हालांकि इस दौरान दिन और रात के तापमान में मामूली गिरावट आई। सिरसा में अधिकतम तापमान 38.4 डिग्री दर्ज किया गया, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा। वहीं, सोनीपत में न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री रहा, जो प्रदेश में सबसे कम रहा।
छह और सात जुलाई को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
अब पांच जुलाई को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा, जिसके असर से दक्षिणी पंजाब और उत्तरी राजस्थान पर एक कम दबाव का क्षेत्र बनेगा। यह कम दबाव का क्षेत्र मानसून टर्फ को फिर से हरियाणा की तरफ खींचेगा। मानसून टर्फ के हरियाणा पर आने से झमाझम बारिश होगी। बारिश की ये गतिविधियां 10 जुलाई तक जारी रहेंगी। भारतीय मौसम विभाग की तरफ से छह और सात जुलाई को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इतनी हुई बारिश
कुरुक्षेत्र- 0.5 मिमी
महेंद्रगढ़- 0.5 मिमी
नूंह- 0.5 मिमी