यूपी के हाथरस जिले के चंदपा कोतवाली इलाके में युवती से सामूहिक दुष्कर्म और मौत मामले में लोगों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। आज सुबह सबसे पहले एसआईटी की टीम पीड़ित के घर फिर से पहुंची। पिता के बयान दर्ज किए। वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाथरस डीएम को हटाने की मांग की।
इसके बाद समाजवादी पार्टी का 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गांव पहुंचा। इसके अलावा पूर्व विधायक के घर आरोपियों के पक्ष में पंचायत हुई। गांव में घुसने के प्रयास में पुलिस ने सपा व रालोद के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया।
सुबह पीड़िता के पिता का बयान दर्ज करने के बाद एसआईटी की टीम अब आरोपियों के बयान दर्ज करने के लिए अलीगढ़ जेल पहुंची है।
भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद हाथरस पहुंचे। उन्हें सात लोगों के साथ गांव में प्रवेश करने की अनुमति प्रशासन ने दी थी।
परिवार से मिलने के बाद चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए सरकार को वाई श्रेणी सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं मृतका के परिवार की सुरक्षा को देखते हुए पूरे परिवार को अपने साथ अपने घर ले जाना चाहता हूं। सरकार अनुमति दें,अगर सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी तो वह न्यायालय की शरण लेंगे। हम परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी लेंगे।
हाथरस पहुंचे रालोद नेता जयंत चौधरी के खिलाफ सवर्ण परिषद के लोगों ने मुर्दाबाद के नारे लगाए। इतना ही नहीं जब जयंत चौधरी मीडिया से बात कर रहे थे तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया।
वहां मौजूद समर्थकों ने उन्हें घेर कर किसी तरह बचाया। दूसरी तरफ सवर्ण परिषद ने बिटिया के गांव के बाहर मोर्चा खोल रखा है। यह लोग यहां पहुंच रहे सभी राजनेताओ को सुना खरी खोटी सुना रहे हैं।