सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए खाना बन रहा है। प्रदर्शन कर रहे एक किसान से जब बात की तो उन्होंने कहा कि, सरकार को हमारी चिंताओं और कृषि कानून की खामियों के बारे में सुनने में सात महीने लग गए। हम यहां तब ही जाएंगे जब हमारी मांगें मानी जाएंगी
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन लगातार नौवें दिन जारी है। गुरुवार को सात घंटे से ज्यादा चली चौथे दौर की सरकार और किसानों की बातचीत बेनतीजा रही थी। सरकार का कहना है कि एमएसपी रहेगी, उसे छुएंगे तक नहीं, वहीं किसान इस बात पर अड़े हैं कि संसद सत्र बुलाकर कानून रद्द कराए जाएं। अब पांच दिसंबर को फिर से वार्ता होगी। वहीं किसान नेता कुलवंत सिंह संधू का कहना है कि सरकार ने एमएसपी और मंडी समेत कई प्रस्ताव दिए हैं हम इन पर आज विचार करेंगे।
पलवल से दिल्ली कूच करने जा रहे मध्य प्रदेश के किसानों ने एनएच 19 पर डेरा डाला हुआ है। पलवल पुलिस ने केएमपी एक्सप्रेसवे से पहले किसानों को रोका हुआ है। इस वक्त ट्रैक्टर-ट्राली सहित सैकड़ों किसान हाईवे पर हैं।
किसानों द्वारा किसी भी उग्र प्रदर्शन की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस यहां वॉटर कैनन और बैरिकेडिंग लगाकर तैनात है। सिर्फ यही नहीं लाठी-डंडो से साथ भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है।
कल शाम से ही एनएच-19 पर किसान रुके हैं। वहीं पलवल के सैकड़ों किसान पृथला में रुके हुए हैं। पुलिस ने यूपी-हरियाणा बॉर्डर सील कर दिया है। यूपी की तरफ से किसी वाहन को हरियाणा में प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी है।