सरकार ने पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (सीआईआई) की कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को मंजूरी दे दी है। इससे न केवल स्वास्थ्यकर्मी और ‘प्राथमिकता वाली’ आबादी बल्कि निजी व्यक्ति भी काफी खुश हैं। वहीं सीरम के CEO अदार पूनावाला ने रविवार को कहा कि सरकार की 50-60 मिलियन (500-600 लाख) खुराक की पहली किश्त की आपूर्ति करने के बाद हम मार्च तक निजी अस्पतालों, कंपनियों और प्राइवेट लोगों को कोविशिल्ड मुहैया करा सकते हैं।
पूनावाला का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने सीरम की वैक्सीन को ‘शर्तों के अधीन आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग’ की मंजूरी दी है। कंपनी शुरुआत में वैक्सीन की आपूर्ति विशेष रूप से सरकार को करेगी और निजी बाजार में नहीं बेचेगी। वैक्सीन को निर्यात करने की अनुमति नहीं दी गई है।
वैक्सीन को लेकर विश्वास कायम करने के लिए पूनावाला का कहना है कि औपचारिक अनुमति मिलने के बाद वह इस हफ्ते खुद शॉट लेने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के लिए लगभग 100 मिलियन खुराक (एक हजार लाख) के लिए 200 रुपये प्रति शॉट की ‘विशेष’ कीमत है। निजी बाजार में इसकी कीमत लगभग 1,000 रुपये होगी।
पूनावाला ने कहा, ‘हम आदेश के बाद सात से 10 दिनों में डिलीवरी शुरू करने की उम्मीद करते हैं। सरकार ने संकेत दिया कि है कि उन्हें महीने में 50-60 मिलियन खुराक या एक सप्ताह में 10-15 मिलियन (100- 150 लाख) खुराक की आवश्यकता होगी।’
उन्होंने कहा, ‘अंतिम आदेश सहित सरकार से औपचारिक पत्र की अभी प्रतिक्षा है। इसलिए सरकार द्वारा ‘कमजोर और जरूरतमंद’ को शॉट प्रदान करने की प्रारंभिक आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद हम इसे अस्पतालों और कंपनियों को निजी उपयोग के लिए प्रदान करेंगे।
हम शॉट की दो पूर्ण खुराक के बीच एक लंबे अंतराल (ढाई महीने) की सिफारिश करेंगे क्योंकि यह 90 प्रतिशत के स्तर तक प्रभावकारिता लेता है।’ उन्होंने कहा कि यदि आप लगभग तीन महीने तक प्रतीक्षा करते हैं तो प्रभावकारिता में सुधार होता है।
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