प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 73 वर्ष पूरे करने के मौके पर 75वें स्वतंत्रता दिवस यानी कि आजादी कि गोल्डन जुबली के लिए लक्ष्य तय कर दिया है. लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अब से दो साल बाद भारत आजादी की डायमंड जुबली मना रहा होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे. एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है. पीएम ने कहा कि हम से जो दुनिया की उम्मीदें हैं उसके लिए हमें अपने आप को तैयार करना बहुत जरूरी है.
पीएम ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने में हमारे पास दो साल का समय है, इस दौरान हमें कठिन परिश्रम करना होगा और अपने संकल्प पूरे करने होंगे.
प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी. तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरें. लेकिन हमारे किसानों ने कमाल कर दिखाया. आज हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं.
पीएम मोदी विस्तारवाद की नीति पर करारा हमला करते हुए कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई.
भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी. जो लोग विस्तारवाद की अंधी दौड़ में लगे हुए थे उन्होंने अपने विस्तारवाद के मंसूबे को पूरा करने के लिए दुनिया को दो-दो विश्वयुद्ध में झोंक दिया. ऐसे कालखंड में भी भारत ने अपनी आजादी की ललक को नहीं छोड़ा. न कमी आने दी, न नमी आने दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से वोकल फॉर लोकल का नारा दिया और कहा कि हम अपने उत्पाद पर गर्व करना सीखें और दुनिया को इस बारे में बताएं.