दिल्ली में भड़काऊ भाषणों का किस तरह असर हुआ ये पूरे देश ने देखा. इस बीच एक और विवादित बयान सामने आया है जो AIMIM के नेता ने महाराष्ट्र के मालेगांव में दिया. AIMIM के विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने जनसभा में कहा कि अगर हम अमन-ओ-अमान रखना जानते हैं तो ये कैसे जाएगा, ये भी पता है. विधायक ने कहा कि ये हमारी शराफत है कि हम शांत बैठे हैं. बता दें कि इससे पहले भी AIMIM के नेता वारिस पठान के बयान पर विवाद हुआ था.
मालेगांव की एक सभा में विधायक मुफ्ती मोहम्मद इस्माइल ने रैली में कहा, ‘मेरा सवाल है डिपार्टमेंट से अगर शहर में गोली चलती है, तो कोई केस क्यों दर्ज नहीं किया गया. क्या शहर के लोग बेवकूफ हैं, गोली चलती है और एफआईआर दर्ज नहीं होती. हम भी समझते हैं कि क्या हालात हैं. अगर इस तरह होता रहा तो शहर की अवाम खामोश नहीं बैठेगी’.
AIMIM नेता रैली में बोले, ‘…अगर बात हम पर आएगी तो हम अमन-ओ-अमान रखना जानते हैं, ये कैसे जाएगा ये भी हमें पता है. हमने कोई चूड़ियां नहीं पहनी हैं, हमारी शराफत है कि हम आजतक खामोश हैं और शहर के अंदर गुंडागर्दी चल रही है.’ हालांकि, बयान पर बवाल के बाद विधायक ने कहा कि उन्होंने देश नहीं बल्कि शहर के मसले पर बयान दिया.
गौरतलब है कि इससे पहले भी AIMIM नेता के बयान पर काफी बवाल हुआ था. AIMIM नेता वारिस पठान ने इससे पहले एक सभा में कहा था हम 15 करोड़ हैं लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं. इस बयान के बाद काफी विवाद हुआ था और भाजपा के नेताओं ने निशाना साधा था.
वारिस पठान के बयान के बाद पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी एक्शन लिया था और उनके मीडिया से बात करने पर रोक लगा दी थी. असदुद्दीन ओवैसी ने बयान की निंदा की थी. इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की एक सभा में पाकिस्तान समर्थक नारे लगे, जिसपर भी काफी विवाद हुआ था.