स्मरण शक्ति का महत्व वैसे तो हर कोई जनता और मानता है। परीक्षा व इंटरव्यू आदि मे सफलता ही नहीं; जीवन के हर क्षेत्र में सफलता में अच्छी स्मरण-शक्ति बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। ऐसे में हर कोई अपनी स्मरण-शक्ति बढ़ाना चाहता है। लेकिन कई लोग सोचते है कि स्मरण-शक्ति तो कुदरत की देन है उसे हम बढ़ा नहीं सकते हैं। जबकि यह अनुभव-सिद्ध है कि स्मरण-शक्ति को बढ़ाया जा सकता है। वह भी बहुत साधारण आसान उपायों और वर्षों पुराने आजमाए हुए नुस्खों से। ऐसे ही कुछ आसान उपाय और नुस्खे हम यहाँ बता रहे हैं ।
नियमित दिनचर्या, संतुलित भोजन, आवश्यक नींद और व्यायाम:
स्वस्थ्य शरीर में ही स्वास्थ्य दिमाग रहता है अर्थात अच्छी स्मरण-शक्ति भी रहती है। इसलिए यदि आप अच्छी स्मरण-शक्ति चाहते हैं, तो सामान्य रूप से जो बातें अच्छे स्वस्थ्य के लिए अपनाना चाहिए वे ही अच्छी स्मरण-शक्ति के लिए भी उपयोगी हैं। अर्थात आपकी दिनचर्या सुविचारित और नियमित हो, आप संतुलित पौष्टिक भोजन लें, आवश्यकतानुसार नींद लें और कुछ समय योग जैसे व्यायाम एवं भौतिक श्रम को भी दें, तो आपका स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा व स्मरण-शक्ति भी अच्छी रहेगी। इस मामले में मन के स्वास्थ्य का महत्व या तनाव मुक्त, सकारात्मक सोच वाली मानसिकता का महत्व और भी अधिक है ।
अब कुछ ऐसे आसान नुस्खे देखिये, जिनके प्रयोग से स्मरण-शक्ति को बढ़ाया जा सकता है:
रोजमेरी का तैल: इसे दौनी के पत्तों से निकाला जाता है । इसमें तेज, दिमाग को उत्तेजित करने वाली खुशबू होती है । इसे खाने के तैल की तरह प्रयोग किया जा सकता है । इसमें बहुत से औषधीय गुण होते हैं और यह दिमाग की सभी प्रकार की शक्तियों, कार्यक्षमता व एकाग्रता को भी बढ़ाता है । इसीलिए इसे ब्रेन टॉनिक भी कहा जाता है ।
मछली का तेल और अलसी का तेल: इन दोनों ही तेलों में ओमेगा-3 फेटी एसिड होता है। यह दिमाग के लिए अति-महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व है । इनमें से किसी भी तेल का प्रयोग करने से दिमाग को ताकत मिलती है और स्मरण-शक्ति के साथ-साथ एकाग्रता व सोचने-समझने की शक्तियाँ भी बढ़ती हैं।
दाल-चीनी का तेल: यह तेल भी मस्तिष्क के लिए बहुत लाभदायक होता है। दिमाग को शांत रखता है और उसकी क्षमता को बढ़ाता है । यह कोलेस्ट्राल को कम करता है, जिससे भी दिमाग तेज होता है। यह तंत्रिकाओं के तनाव को घटाकर उन्हें पुष्ट करता है।
सेज तेल: सेज एक पौदीना की तरह का पौधा है और इसका तेल भी स्मरण-शक्ति के क्षरण को रोकने व उसे बढ़ाने में कारगर है ।
शंखपुष्पी और ब्राह्मी : ये आयुर्वेदिक औषधियाँ सदियों से भारत में स्मरण-शक्ति बढ़ाने के लिए उपयोगी मानी जाती है । इन्हें कई प्रकार से उपयोग किया जा सकता है । इनसे तैयार आसव आदि बाज़ार में उपलब्ध हैं, जो बच्चों के लिए अधिक उपयोगी हैं ।
इन नुसख़ों के अलावा दिमाग की कसरतें, जैसे पज़ल (पहेली), क्विज आदि हल करना व शतरंज जैसे खेल खेलना तथा दिमाग को नियमित रूप से याद करने व टेस्ट (चुनौती) देने के व्यायाम करते रहने से भी बहुत लाभ होता है ।