मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पेन दौरे के दौरान बार्सिलोना स्थित डेटा सेंटर कूलिंग तकनीक में विशेषज्ञ कंपनी ‘सबमर’ के मुख्यालय का दौरा किया और संभावित निवेश व रणनीतिक साझेदारी को लेकर सकारात्मक चर्चा की।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को स्पेन में डेटा सेंटर कूलिंग तकनीक में विशेषज्ञता रखने वाली कंपनी सबमर के मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने राज्य में संभावित निवेश और रणनीतिक साझेदारी को लेकर कंपनी प्रबंधन के साथ सकारात्मक बातचीत की।
मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात की जानकारी देते हुए अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “स्पेन यात्रा के दौरान बार्सिलोना स्थित सबमर कंपनी के मुख्यालय का दौरा किया गया। कंपनी के साथ मध्यप्रदेश में संभावित निवेश और रणनीतिक साझेदारी को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई। यह सहयोग प्रदेश के डिजिटल बुनियादी ढांचे को वैश्विक स्तर पर मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।”
वस्त्र उद्योग में इन्डिटेक्स से सहयोग की संभावना
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इससे पूर्व स्पेन के ए कोरोना शहर में विश्वप्रसिद्ध परिधान कंपनी इन्डिटेक्स के मुख्यालय का भी दौरा किया। वहां उन्होंने जोस एम. रोमाय, मार्ता फ्रांकोस रेय और कंपनी की वरिष्ठ टीम के साथ मध्य प्रदेश के वस्त्र क्षेत्र में निवेश और साझेदारी की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।
डॉ. यादव ने कहा कि धार जिले में बन रहे प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल क्षेत्र और परिधान पार्क (पीएम मित्रा पार्क) में परिधान इकाइयों की स्थापना के लिए व्यापक संभावनाएं हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार इन्डिटेक्स को हरसंभव सहयोग देगी और नई औद्योगिक एवं निर्यात नीति के अंतर्गत अनुकूल वातावरण प्रदान किया जाएगा।
पर्यावरणीय मूल्यों और स्वच्छ ऊर्जा की ओर प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री ने इन्डिटेक्स के साथ दीर्घकालिक साझेदारी की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा, “राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक उत्तरदायित्व और सुशासन (ईएसजी) जैसे मूल्यों को प्राथमिकता देती है। जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन और श्रमिकों के अधिकारों को सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। हमारी नीतियां इन्डिटेक्स की सतत और जिम्मेदार नीति के अनुरूप हैं।” उन्होंने आगे कहा कि मध्यप्रदेश नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयास कर रहा है, ताकि कार्बन उत्सर्जन में कमी लाई जा सके और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य अग्रणी बन सके।