आज घरेलू बाजार में सोने और चांदी की वायदा कीमत में गिरावट आई। एमसीएक्स पर सोना वायदा 0.06 फीसदी (29 रुपये) गिरकर 46,027 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी में 0.18 फीसदी (111 रुपये) की गिरावट दर्ज की गई और यह 60,678 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। पीली धातु पिछले साल के उच्चतम स्तर (56200 रुपये प्रति 10 ग्राम) से अब भी 10173 रुपये नीचे है। अगस्त में सोने के अधिक आयात के बावजूद, भारत में सोने की भौतिक मांग कमजोर रही। घरेलू डीलरों को उम्मीद है कि आने वाले त्योहारी सीजन में और ग्राहक आएंगे। असमान वैश्विक आर्थिक सुधार और डॉलर के मुकाबले रुपये में उतार-चढ़ाव से कीमती धातुओं की कीमत प्रभावित होती है। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के अनुसार हाजिर बाजार में गुरुवार को उच्चतम शुद्धता वाला सोना 46,694 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बिका, जबकि चांदी 60,788 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकी।
वैश्विक बाजार में इतनी है कीमत
फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा कि केंद्रीय बैंक नवंबर में परिसंपत्ति खरीद को कम करना शुरू कर सकता है और 2022 के मध्य तक प्रक्रिया को पूरा कर सकता है। इससे कीमती धातुओं की कीमत प्रभावित हुई। वैश्विक बाजारों में आज हाजिर सोना 0.2 फीसदी बढ़कर 1,746.84 डॉलर प्रति औंस हो गया। अमेरिकी सोना वायदा 0.1 फीसदी गिरकर 1,747.80 डॉलर प्रति औंस पर था। अन्य कीमती धातुओं में चांदी 0.5 फीसदी बढ़कर 22.61 डॉलर प्रति औंस पर रही। पैलेडियम 0.5 फीसदी ऊपर 1,992.67 डॉलर और प्लैटिनम 0.8 फीसदी गिरकर 980.67 डॉलर पर था।
सोने की कीमत पर आधारित होते हैं गोल्ड ईटीएफ
दुनिया की सबसे बड़ी गोल्ड समर्थित एक्सचेंज ट्रेडेड फंड या गोल्ड ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की होल्डिंग्स बुधवार के 1,000.79 टन के मुकाबले गुरुवार को 0.8 फीसदी गिरकर 992.65 टन हो गई। स्वर्ण ईटीएफ सोने की कीमत पर आधारित होते हैं। पीली धातु के दाम में आए उतार-चढ़ाव पर ही इसका दाम भी घटता-बढ़ता है। मालूम हो कि ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है। एक मजबूत डॉलर अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सोने को अधिक महंगा बनाता है।