नई दिल्ली। कोरोना काल में तेजी का नया रिकॉर्ड बनाने वाले सोने की चमक नवंबर तक आते-आते फीकी पड़ गई। वहीं कोविड-19 के टीके की पॉजिटिव खबरों से चांदी की रंगत भी उड़ गई है। अगस्त में अपने सर्वोच्च शिखर से सोना 7425 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता हो चुका है। शुक्रवार को सर्राफा बाजारों में 24 कैरेट सोना 48829 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। सात अगस्त की सुबह सोना 56254 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। यह ऑल टाइम हाई रेट है। वहीं चांदी की बात करें तो इस दिन यह 76008 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई थी और 27 नवंबर तक आते-आते यह 60069 रुपये प्रति किलो रह गई है। इस दौरान चांदी 15939 रुपये प्रति किलो सस्ती हुई है।
पिछले हफ्ते ऐसी रही सोने-चांदी की चाल-
तारीख सोने का शाम का रेट (रुपये/10 ग्राम)
चांदी का शाम का रेट (रुपये/ किलो ग्राम)
27 नवंबर 2020 48829 60069
26 नवंबर 2020 48972 60260
25 नवंबर 2020 48935 60191
24 नवंबर 2020 48975 59704
23 नवंबर 2020 50304 61486
20 नवंबर 2020 50407 62027
अगर पिछले हफ्ते की बात करें तो सोने के रेट में भारी गिरावट आई है। वह भी तब, जब शादियों का सीजन चल रहा है। 20 नवंबर की तुलना में 27 नवंबर तक सोना 1578 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है। वहीं इस दौरान चांदी 1958 रुपये प्रति किलो कमजोर हुई है। वहीं 16 से 20 नवंबर की बात करें तो सोने के रेट में 839 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी के भाव में 2074 रुपये प्रति किलो की गिरावट देखी गई।
गिरावट की वजह-
कोरोना के टीके को लेकर आ रही सकारात्मक खबरों से सोने के भाव वैश्विक स्तर पर गिर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार और अमेरिका-चीन में तनाव कम होने की उम्मीद से भी शेयरों की और रुझान बढ़ा है। जबकि सोने को लेकर रुझान कम हुआ है। ऐसे में सोने में निकट भविष्य में बहुत तेज उछाल की उम्मीद नहीं है।
वहीं रायटर्स के मुताबिक डॉलर के कमजोर होने से कोविड-19 का टीका आने और इकोनॉमी में रिकवरी की आशा से इक्विटी की तरफ ध्यान जाने लगा। इससे सोने की कीमतों में और कमी आ सकती है। स्टोनएक्स के विश्लेषक ने बताया कि टीका एक इलाज नहीं है और संक्रमण की दरों में तेजी एक बड़ी चिंता है, न केवल मानवीय बल्कि आर्थिक स्तर पर भी। साथ ही नकारात्मक ब्याज दरें बनी रहेंगी।
लंबी अवधि में चमकेगा सोना-
एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंव करेंसी) अनुज गुप्ता का कहना है कि कोरोना के टीके को लेकर आ रही सकारात्मक खबरों से सोने के भाव वैश्विक स्तर पर गिर रहे हैं। इसके बावजूद मौजूदा निचले स्तर को देखते हुए सोना अगले एक साल में 57 हजार से 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। उनका कहना है कि लंबी अवधि में सोने में निवेश फायदे का सौदा है। हालांकि, उनका यह भी कहना है कि निवेश के पहले पूरी पड़ताल जरूर करें।