राजधानी लखनऊ में मारे गए आईएस के संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह की लाश को उसके परिवारवालों ने लेने से मना कर दिया है. यही नहीं पता चला है कि सैफुल्लाह जल्द ही सऊदी अरब जाने की फिराक में था.
वहीं दूसरी तरफ कानपुर और भोपाल से गिरफ्तार इमरान, फेजल और दानिश के पिता ने कहा है कि सारे आरोप निराधार हैं.
कानपुर में सैफुल्लाह के पिता सरताज अहमद ने साफ कहा है कि जो बेटा देश का नहीं हो सकता, वह मेरा भी नहीं हो सकता. सरताज ने बताया कि सैफुल्लाह ने कानपुर के जेपीआरएन कॉलेज से बीकॉम किया. उसके बाद से कोई काम वह नहीं करता था, इसको लेकर वह उसे काफी डांटते रहते थे.
करीब ढाई महीने से उसने घर छोड़ दिया था. उन्होंने बताया कि सोमवार को उसका फोन आया था, जिसमें उसने बताया कि उसका पासपोर्ट तैयार हो गया है, वह सऊदी अरब काम करने जा रहा है. कल शाम उन्हें इनकाउंट की खबर मिली. हमें यकीन नहीं हो रहा कि वह ऐसा कैसे कर सकता है. वह किसके संपर्क में आया, कुछ नहीं पता.
वहीं सैफुल्लाह के भाई खालिद ने कहा कि इतने बड़े-बड़े अधिकारियों ने इनकाउंटर किया है, यह सही ही होगा. सैफुल्लाह की लाश लेने के लिए न तो पापा तैयार हैं, न ही हम लोग.
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सैफुल्लाह के एक अन्य रिश्तेदार ने बताया कि वह बेहद शरीफ और पांच वक्त नमाजी लड़का था. उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा कि वह आतंकी बन गया.
उधर कानपुर में गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी इमरान और फैजल के पिता ने कहा कि फैजल दुकान चलाता था, जबकि इमरान एक शादी शुदा है, उसकी एक बेटी भी है. जो भी आरोप लगे हैं, वह पूरी तरह से गलत हैं. वहीं मध्यप्रदेश में गिरफ्तार किए गए दानिश के बारे में उन्होंने कहा कि वह भी मेरा बेटा है. जब हमने उसे काम नहीं करने के लिए डांटा तो उसने घर छोड़ दिया था.
मामले में अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था दलजीत चौधरी ने कहा है कि सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. इस काम में सभी एजेंसियां लगी हुई हैं.