समाजवादी पार्टी के नेता तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के स्टाफ का बेरोजगारों से ठगी करने का मामला सामने आने पर उत्तर प्रदेश एसटीएफ एक्शन में आ गई। नौकरी दिलाने के नाम पर सैंकड़ों बेरोजगार युवकों से करोड़ों की ठगी करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य के पूर्व ओएसडी सहित पांच लोगों को एसटीएफ की टीम ने लखनऊ से गिरफ्तार किया है।
भारतीय जनता पार्टी को छोड़ने के बाद समाजवादी पार्टी के टिकट पर फाजिलनगर से विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार उनका पूर्व ओएसडी उनको चर्चा में ला रहा है। स्वामी प्रसाद मौर्य के पूर्व ओएसडी/ निजी सचिव अरमान खान और उसके साथियों को उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने लखनऊ के हजरतगंज से गिरफ्तार किया है।
बेरोजगार नवयुवकों को विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले सरगना अरमान खान को चार साथियों फैजी, असगर, विशाल और अमित के साथ गिरफ्तार किया है।
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के निजी सचिव व उसके साथियों पर बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है। यह गिरोह बेरोजगार युवकों को चिन्हित कर अपना निशाना बनाता था। यह लोग इनसे पैसे लेकर सरकारी नौकरी दिलाने का प्रलोभन देते थे। इनके पास से एसटीएफ को सात मोबाइल फोन, हस्ताक्षर सहित 57 चेक, पांच कूट रचित आईडी कार्ड, 22 जाली नियुक्ति पत्र, विभिन्न पदों के लिए 14 व्यक्तियों के शैक्षिक प्रमाण पत्र व अन्य दस्तावेज बरामद मिले हैं।
अरमान खान को पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का गैर सरकारी विशेष ड्यूटी अधिकारी (ओएसडी) था। वह अपने गैंग के साथ लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे ले लेता था। इसके बाद बेरोगजारों को नकली या फिर डुप्लीकेट नियुक्ति पत्र देकर गुमराह किया जाता था। इनके शिकार पूर्वांचल के अधिकांश गरीब हैं। अब एसटीएफ की टीम इनसे और राज उगलवाने के प्रयास में है।