उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में इंटरनेशनल एस्कार्ट सर्विस की वेबसाइट से संचालित हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट में पकड़ी गई विदेशी लड़कियों ने पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट में कई राज्यों के अलावा कई देशों की लड़कियां भी शामिल हैं।
एसपी पश्चिमी डॉ अनिल कुमार ने बताया स्कार्ट सर्विस पर परी डाट कॉम नाम की साइट से रैकेट का संचालन किया जा रहा था। इसमें मणिपुर, त्रिपुरा, अरुणांचल प्रदेश के अलावा, नेपाल, थाईलैंड और जापान तक की लड़कियां शामिल हैं। बाहर से आने वाली युवतियों का दिल्ली में आधार कार्ड बनाया जाता है।
यहां से अलग-अलग शहरों में फैले एजेंट उनकी बुकिंग करते हैं, जिसके लिए प्रति घंटे तीन से पांच हजार रुपये रेट लगता है। पूरे दिन या रात का पैकेज लेने पर डिस्काउंट दिया जाता है। बाहर से आई लड़कियां लोकल ग्राहकों से सीधा संपर्क करने में डरती हैं। इसलिए एजेंट 30-40 फीसदी कमीशन पर उन्हें कस्टमर तक पहुंचाते हैं। ग्राहक उनकी साइट पर ऑनलाइन बुकिंग करते हैं या दिए गए नंबर पर मैसेज करने पर एजेंट खुद उनसे संपर्क कर लेते हैं।
इंस्पेक्टर कल्याणपुर अजय सेठ ने बताया कि अरुणांचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम सहित पर्वतीय क्षेत्र की महिलाओं की तस्करी करके उन्हें इस धंधे में धकेेला गया। इसकी जानकारी पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में मिली है। इंस्पेक्टर का कहना है कि मानव तस्करी के जाल में फंसी महिलाओं का पता लगाने के साथ तस्करों के गिरोह तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।